जयपुर. नगर निकाय चुनाव में इस बार भरतपुर के डीग-कुम्हेर क्षेत्र से कांग्रेस ने अपने एक भी कार्यकर्ताओं को पार्टी का सिंबल नहीं दिया है. ये रणनीति के तहत हुआ है या इसके पीछे कोई अन्य कारण थे, इसकी जानकारी के लिए पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा ने भरतपुर में इन चुनावों के लिए लगाए गए पर्यवेक्षकों से रिपोर्ट मांगी है.
गोविंद डोटासरा ने भरतपुर जिले में संगठनात्मक रूप से लगाए गए पर्यवेक्षक दिलीप चौधरी और विधायक गोपाल मीणा से रिपोर्ट मांगी है. गोविंद डोटासरा ने दोनों ही पर्यवेक्षकों से रिपोर्ट तलब करने के साथ ही यह भी निर्देश दिए हैं कि वे अपनी रिपोर्ट में इस बात की भी जांच करें कि ये सिंबल रोकने के पीछे कांग्रेस का बोर्ड बनाने के लिए एक रणनीति है या किसी स्तर पर कोई जानबूझकर की गई लापरवाही है.
भरतपुर जिले में कुल 8 नगरपालिका आते हैं, जिनमें से डीग और कुम्हेर में कांग्रेस ने 65 वार्डों में एक भी टिकट सिंबल पर नहीं दिया. यहां विधायक विश्वेंद्र सिंह के हस्तक्षेप से कांग्रेस के सिंबल पर एक भी टिकट नहीं बांटा गया. बताया जा रहा है कि ये सभी सिंबल विश्वेंद्र सिंह ने अपने पास रोक लिए और इसे इन दोनों ही नगर पालिकाओं में कांग्रेस का बोर्ड बनाने के लिए एक रणनीति का हिस्सा बताए.
गौरतलब है कि जिले में 8 नगर पालिकाओं में कुल 255 वार्डों में से कांग्रेस ने 188 वार्ड खाली छोड़ते हुए सिर्फ 67 उम्मीदवार ही मैदान में उतारे हैं. जबकि भाजपा ने 144 वार्डों में अपने प्रत्याशी उतारकर 114 वार्ड खाली छोड़े हैं.