भरतपुर. संभाग के सबसे बड़े आरबीएम जिला अस्पताल के आईसीयू में अब अगर मरीजों के परिजन अव्यवस्था फैलाएंगे या हंगामा करेंगे तो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज होगा और जेल भी हो सकती है.
अस्पताल प्रबंधन अब ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाएगा और राजकार्य में बाधा का मुकदमा भी दर्ज कराएगा. ऐसे में अव्यवस्था फैलाने और हंगामा करने वाले मरीजों के परिजनों और अन्य लोगों को जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है. चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने मेडिकल कॉलेज प्राचार्य और अस्पताल पीएमओ को आरबीएम जिला अस्पताल के आईसीयू वार्डों में व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं.
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राज्यमंत्री गर्ग ने प्राचार्य और पीएमओ को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि आईसीयू के अंदर मरीजों के परिजन को जाने की अनुमति नहीं है. ऐसे में यदि कोई परिजन आईसीयू के अंदर अव्यवस्था फैलाता है या फिर हंगामा खड़ा करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए राजकार्य में बाधा का मुकदमा दर्ज कराएं और उन्हें जेल भेजें.
अक्सर आरबीएम जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती होने वाले मरीजों के साथ उनके कई कई परिजन ही अंदर घुस जाते हैं. यदि चिकित्साकर्मी उन्हें आईसीयू से बाहर निकलने के लिए बोलते हैं, तो वो हंगामा खड़ा कर देते हैं. इससे अस्पताल की व्यवस्था खराब होती है. इन्हीं हालात को देखते हुए चिकित्सा राज्यमंत्री में मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. रजत श्रीवास्तव और अस्पताल पीएमओ डॉ. जिज्ञासा साहनी को मरीजों के परिजनों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं.