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सुरक्षा के लिए हम मौजूद हैं, बात नहीं मानी तो होगा आंदोलन...भड़के अनिरुद्ध सिंह ने दी चेतावनी

स्थानीय मंत्री और नेता यदि समझते हैं कि वो किसी भी ऐतिहासिक चीज को खत्म कर सकते हैं, तो यह गलत है. सुरक्षा के लिए हम मौजूद हैं. बात नहीं मानी तो आंदोलन करेंगे. ये कहना है मंत्री विश्वेंद्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध सिंह का. उन्होंने भरतपुर प्रशासन को भी आड़े हाथों लिया. यहां जानिए पूरा मामला...

Anirudh Singh Targets Bharatpur Administration
भरतपुर प्रशासन पर भड़के अनिरुद्ध सिंह
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Published : Sep 19, 2022, 8:04 PM IST

भरतपुर. ऐतिहासिक श्री जसवंत प्रदर्शनी मेला ग्राउंड की जमीन वेटरनरी कॉलेज को देने और मेला आयोजित नहीं करने के निर्णय पर अनिरुद्ध सिंह ने खासी नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि पूर्वजों के नाम पर आयोजित होने वाले मेले और 102 वर्ष पुराने इतिहास के साथ ठीक नहीं किया जा रहा. भरतपुर में और भी बहुत सारी जमीन है, जहां पर वेटरनरी कॉलेज स्थापित किया जा सकता है.

उन्होंने कहा कि लंपी के कारण (Lumpy Skin Disease in Bharatpur) भले ही पशु मेला आयोजित ना किया जाए, लेकिन जसवंत प्रदर्शनी मेला आयोजित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि भरतपुर का प्रशासन पूरी तरह से गूंगा-बहरा हो चुका है. अनिरुद्ध सिंह ने बात नहीं मानने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी है.

भरतपुर प्रशासन पर भड़के अनिरुद्ध सिंह...

हमेशा मीठी गोली दी : कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध भरतपुर ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान भरतपुर के मेडिकल कॉलेज का नामकरण महाराजा सूरजमल के नाम पर नहीं किए जाने को लेकर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि हमारी मांग महाराजा सूरजमल मेडिकल कॉलेज नामकरण की थी. इस संबंध में हम कलेक्टर और मंत्रियों से भी मिले, लेकिन हर जगह मीठी गोली दी गई. आखिर में मेडिकल कॉलेज का नाम महाराजा सूरजमल के नाम पर नहीं रखा गया. गौरतलब है कि हाल में भरतपुर मेडिकल कॉलेज का नाम पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया के नाम पर कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि इसको लेकर भरतपुर की जनता में भी आक्रोश है.

इतिहास के साथ ठीक नहीं किया जा रहा : अनिरुद्ध सिंह ने नाराजगी जताते हुए कहा कि श्री जसवंत प्रदर्शनी मेला ग्राउंड की जमीन वेटरनरी कॉलेज के लिए देना ठीक नहीं. भरतपुर में और भी ऐसी काफी जमीन है, जिसका कोई उपयोग नहीं हो रहा. वहां पर वेटरनरी कॉलेज स्थापित किया जा सकता है. वैसे भी यूनिवर्सिटी और कॉलेज शहर के बाहर स्थापित किए जाते हैं, यह तो शहर के बीचोंबीच है. यह मेला और यहां की जमीन ऐतिहासिक है और श्री महाराजा जसवंत सिंह के नाम से जुड़ी हुई है.

पढ़ें : Lumpy Skin Disease : भरतपुर में 9 माह पहले ही दस्तक दे चुका था लंपी वायरस, दो गायों में हुई थी पुष्टि...अब तीन पशुओं में दिखे लक्षण

अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि पूर्वजों के नाम पर आयोजित होने वाले मेले और 102 वर्ष पुराने (Historical Jaswant Exhibition and Animal Fair) इतिहास के साथ ठीक नहीं किया जा रहा. लंपी के कारण भले ही पशु मेला आयोजित ना करें, लेकिन जसवंत प्रदर्शनी मेला आयोजित किया जाना चाहिए. उन्होंने बात नहीं मानने पर प्रशासन को आंदोलन की चेतावनी भी दी.

नेता ऐतिहासिक चीजें खत्म नहीं कर सकते : अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि यदि स्थानीय मंत्री और नेता यह समझते हैं कि वो 5 साल के लिए चुनकर आए हैं और किसी भी ऐतिहासिक चीज को खत्म कर सकते हैं, तो यह गलत है. भरतपुर की विरासत और धरोहर को बचाने के लिए यहां हम मौजूद हैं. हम ये कभी नहीं होने देंगे.

पढ़ें : विश्वेन्द्र सिंह के बेटे ने कहा- आज एक नया शब्द सीखा है 'विश्वासघात', आज भी सचिन पायलट के लिए गर्दन कटवाने के लिए तैयार हूं

मैं पायलट का सिपाही : सक्रिय राजनीति में आने के सवाल के जवाब में अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि वो राजनीतिक रूप से सचिन पायलट से जुड़े हुए हैं. पायलट हमारे चीफ कमांडर की तरह हैं. वो ही हमें और हमारी टीम को बताएंगे कि हमें क्या करना है. उन्होंने कहा कि मैं पायलट साहब से जुड़ा हुआ हूं और वो मेरे मेंटर हैं. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही नहीं, बल्कि अरविंद केजरीवाल और टीएमसी की भी कई अच्छाइयों की तारीफ करता हूं. लेकिन इस बात से यह अंदाजा लगाना एकदम गलत होगा कि मैं किसी पार्टी को ज्वाइन करूंगा. मैं सचिन पायलट का सिपाही हूं. जहां वो हैं वहां मैं हूं.

भरतपुर. ऐतिहासिक श्री जसवंत प्रदर्शनी मेला ग्राउंड की जमीन वेटरनरी कॉलेज को देने और मेला आयोजित नहीं करने के निर्णय पर अनिरुद्ध सिंह ने खासी नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि पूर्वजों के नाम पर आयोजित होने वाले मेले और 102 वर्ष पुराने इतिहास के साथ ठीक नहीं किया जा रहा. भरतपुर में और भी बहुत सारी जमीन है, जहां पर वेटरनरी कॉलेज स्थापित किया जा सकता है.

उन्होंने कहा कि लंपी के कारण (Lumpy Skin Disease in Bharatpur) भले ही पशु मेला आयोजित ना किया जाए, लेकिन जसवंत प्रदर्शनी मेला आयोजित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि भरतपुर का प्रशासन पूरी तरह से गूंगा-बहरा हो चुका है. अनिरुद्ध सिंह ने बात नहीं मानने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी है.

भरतपुर प्रशासन पर भड़के अनिरुद्ध सिंह...

हमेशा मीठी गोली दी : कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध भरतपुर ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान भरतपुर के मेडिकल कॉलेज का नामकरण महाराजा सूरजमल के नाम पर नहीं किए जाने को लेकर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि हमारी मांग महाराजा सूरजमल मेडिकल कॉलेज नामकरण की थी. इस संबंध में हम कलेक्टर और मंत्रियों से भी मिले, लेकिन हर जगह मीठी गोली दी गई. आखिर में मेडिकल कॉलेज का नाम महाराजा सूरजमल के नाम पर नहीं रखा गया. गौरतलब है कि हाल में भरतपुर मेडिकल कॉलेज का नाम पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया के नाम पर कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि इसको लेकर भरतपुर की जनता में भी आक्रोश है.

इतिहास के साथ ठीक नहीं किया जा रहा : अनिरुद्ध सिंह ने नाराजगी जताते हुए कहा कि श्री जसवंत प्रदर्शनी मेला ग्राउंड की जमीन वेटरनरी कॉलेज के लिए देना ठीक नहीं. भरतपुर में और भी ऐसी काफी जमीन है, जिसका कोई उपयोग नहीं हो रहा. वहां पर वेटरनरी कॉलेज स्थापित किया जा सकता है. वैसे भी यूनिवर्सिटी और कॉलेज शहर के बाहर स्थापित किए जाते हैं, यह तो शहर के बीचोंबीच है. यह मेला और यहां की जमीन ऐतिहासिक है और श्री महाराजा जसवंत सिंह के नाम से जुड़ी हुई है.

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अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि पूर्वजों के नाम पर आयोजित होने वाले मेले और 102 वर्ष पुराने (Historical Jaswant Exhibition and Animal Fair) इतिहास के साथ ठीक नहीं किया जा रहा. लंपी के कारण भले ही पशु मेला आयोजित ना करें, लेकिन जसवंत प्रदर्शनी मेला आयोजित किया जाना चाहिए. उन्होंने बात नहीं मानने पर प्रशासन को आंदोलन की चेतावनी भी दी.

नेता ऐतिहासिक चीजें खत्म नहीं कर सकते : अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि यदि स्थानीय मंत्री और नेता यह समझते हैं कि वो 5 साल के लिए चुनकर आए हैं और किसी भी ऐतिहासिक चीज को खत्म कर सकते हैं, तो यह गलत है. भरतपुर की विरासत और धरोहर को बचाने के लिए यहां हम मौजूद हैं. हम ये कभी नहीं होने देंगे.

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मैं पायलट का सिपाही : सक्रिय राजनीति में आने के सवाल के जवाब में अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि वो राजनीतिक रूप से सचिन पायलट से जुड़े हुए हैं. पायलट हमारे चीफ कमांडर की तरह हैं. वो ही हमें और हमारी टीम को बताएंगे कि हमें क्या करना है. उन्होंने कहा कि मैं पायलट साहब से जुड़ा हुआ हूं और वो मेरे मेंटर हैं. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही नहीं, बल्कि अरविंद केजरीवाल और टीएमसी की भी कई अच्छाइयों की तारीफ करता हूं. लेकिन इस बात से यह अंदाजा लगाना एकदम गलत होगा कि मैं किसी पार्टी को ज्वाइन करूंगा. मैं सचिन पायलट का सिपाही हूं. जहां वो हैं वहां मैं हूं.

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