भरतपुर. शहर के केंद्रीय कारागार सेवर के डिप्टी जेलर भंवर सिंह कानावत ने हाल ही में राजस्थान के कारागार महानिदेशक और महानिरीक्षक को एक पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने कहा है कि सेवर जेल में भ्रष्टाचार का आलम छाया हुआ है. जेल कर्मचारियों द्वारा कैदियों से रुपये वसूलने के बाद उनको मोबाइल और ड्रग्स की आपूर्ति की जाती है.
डिप्टी जेलर के इस खुलासे और शिकायत के बाद सेंट्रल जेल और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है. इस खुलासे से यह साबित हो रहा है कि जेल में किस तरह रुपये फेंक कर कैदी सभी प्रकार की सुविधाएं प्राप्त कर रहे हैं, जो जेल अनुशासन के खिलाफ है.
जेल सेवर के अधीक्षक अशोक वर्मा ने बताया कि जिस डिप्टी जेलर ने आरोप लगाए हैं कि उस पर खुद ही भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं और एक कैदी से रुपये लेने के आरोप में उसके खिलाफ सेवर थाने में शिकायत दर्ज है. इसके अलावा इन आरोपों की जांच की जाएगी और कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
केंद्रीय कारागार सेवर के डिप्टी जेलर ने लिखे गए शिकायत पत्र में आरोप लगाए है कि जेल में भ्रष्टाचार हो रहा है, जहां शार्प शूटर को मेस का प्रभारी बना रखा है. वहीं, कैदियों से रुपये वसूले जाते है और रुपये लेकर कैदियों को ड्रग, मोबाइल उपलब्ध कराए जाते हैं. ऐसे में जब इसका विरोध किया तो गलत आरोपों में फंसा दिया गया.
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गौरतलब है कि सेंट्रल जेल सेवर में काफी समय से जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए कई बार खुलासे किए. जहां कैदियों को जाने वाले ड्रग और मोबाइल को जब्त किया है और कैदियों से वसूले जाने वाले रूपये भी जब्त किए है, लेकिन एक डिप्टी जेलर द्वारा जेल पर लगाए गए गंभीर आरोपों ने जेल में चल रहे भ्रष्टाचार की पोल खोलकर रख दी है.