भरतपुर. केंद्र सरकार की किसानों के लिए पहल के बाद भरतपुर जिले के किसान काफी खुश नजर आ रहे है. केंद्र सरकार ने किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना शुरू की थी. जिसमे किसानों को हर साल 6 हजार रुपये दिए जा रहे है. केंद्र सरकार की इस योजना से किसान काफी खुश है. जिले में कई किसानों के पैसे उनके खाते में आ गए है और कुछ किसानों के पैसे उनके खाते में आने बाकी है.
पढ़ें- राजस्थान री आस: किसान मांगे लागत का दो गुना मूल्य, बाहर से अनाज की खरीद भी हो बंद
किसानों ने की पीएम मोदी की तारीफ
वहीं किसान भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना की तारीफ करते नहीं थक रहे. जब इस योजना के बारे में किसानों से बात की तो उन्होंने कहा कि इन पैसों से उनको अपने परिवार के घर खर्चे को चलाने में काफी मदद हो रही है. जिसके लिए वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते नजर आए.
पढ़ें- खुशखबरीः 15 लाख 39 हजार किसानों को प्रधानमंत्री किसान योजना की चौथी किश्त जारी
वहीं कुछ किसानों ने बताया कि साल में सिर्फ एक बार रबी की फसल पैदा होती है, लेकिन उसपर भी फसल प्राकृतिक आपदा का शिकार हो जाती है. जिससे किसानों को नुकसान झेलना पड़ता है या फिर कभी फसलों को पूरी तरह पानी नहीं मिल पाता, जिसकी वजह से किसानों की उम्मीद के मुताबिक फसल पैदा नहीं होती, लेकिन प्रधानमंत्री की इस योजना के बाद किसानों को अपनी गृहस्थी चलाने में कुछ आसानी होगी.
पढ़ें- कीटनाशक विक्रेताओं को केंद्र सरकार करवा रही है जैविक खेती के लिए स्पेशल कोर्स
क्या है प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को लोकसभा चुनाव से पहले लॉन्च किया गया था. इस योजना के तहत किसान को साल में छह हजार रुपए आर्थिक सहायता दी जाती है. किसानों को यह सहायता साल में 2-2 हजार रुपए की तीन किश्तों के रुप में मिलती है. आधार आधारित डेटाबेस के माध्यम से सीधे किसान के बैंक खाते में जमा होती है. इसके लिए आधार नंबर जरूरी किया है. इसके पीछे वजह है कि इस योजना का लाभ वास्तविक रूप से किसान को ही मिल सके. साथ ही गलत तरीके से कोई इस योजना का लाभ नहीं ले पाए.
15 लाख 39 हजार किसानों को पहली किश्त जारी
प्रधानमंत्री किसान योजना के अंर्तगत चौथी किश्त के रूप में राज्य के 15 लाख 39 हजार से ज्यादा किसानों को पहली किश्त जारी कर दी गयी है. इन किसानों के खातों में 307 करोड़ 90 लाख 98 हजार रुपये का भुगतान किया गया है. सहकारिता विभाग के रजिस्ट्रार नीरज के पवन ने बताया कि प्रथम किश्त के रूप में 47.09 लाख, द्वितीय किश्त में 46.06 लाख और तीसरी किश्त के रूप में 36.34 लाख किसानों की राशि उनके खाते में जमा हो चुकी है.