भरतपुर. जिले की सरसों मंडी में अन्य जिलों के मुकाबले सरसों के भाव ज्यादा खुलने के कारण किसानों की भारी भीड़ जमा हो गई. कुछ व्यापारियों द्वारा बोली बढ़ाने की वजह से अचानक सरसों के भाव ऊपर चढ़ गए. जिसके कारण जिले भर के किसान मंडी में अपनी सरसों बेचने के लिए पहुंच गए, लेकिन उस भाव में बाकी के व्यापारी सरसों खरीदने के लिए तैयार नहीं हुए. जिसके बाद किसानों ने हंगामा खड़ा कर दिया. हंगामे की खबर सुन पूर्व मंत्री और डीग कुम्हेर विधायक विश्वेन्द्र सिंह सरसों मंडी पहुंचे और वहा की व्यवस्थाओं को देख मंडी समिति के ऊपर अनिमितताओं के आरोप लगाए.
दरअसल शनिवार को एक तेल मिल के मालिक ने सुबह के सरसों खरीद के समय सरसों की दर ज्यादा खोल दी. जिसके बाद जैसे जैसे किसानों को पता लगा, वैसे वैसे किसान अपनी सरसों की फसल बेचने के लिए सरसों मंडी पहुंचने लगे, लेकिन मंडी में इतनी जगह न होने के कारण किसान सड़कों पर खड़े हो गए और अपनी बारी का इंतजार करने लगे. वहीं बाकी के व्यापारियों ने उस दर में सरसों खरीदने से मना कर दिया. जिसके बाद किसानों ने सरसों मंडी में हंगामा खड़ा कर दिया.
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इस दौरान पूर्व मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि कुम्हेर तहसील में भी किसान सरसों तुलाई को लेकर हंगामा कर रहे थे. जिसके बाद हर सरसों के कट्टे पर 100 ग्राम कम करवाए गए. सरसों मंडी में आज किसानों की फसल को गलत तरीके से तोला गया है. मंडी के पदाधिकारी मान रहे हैं कि आज कुछ व्यापारियों द्बारा गलत भाव खोले गए हैं, लेकिन बाकी के व्यापारियों ने उस भाव मे सरसों लेने में मना कर दिया. इसके अलावा सरसों टेस्ट लैब में एक ही फसल के तीन सैम्पल टेस्ट करवाए गए और तीनों का अलग-अलग रिजल्ट आया. यह सिर्फ इस कारण हो रहा है, क्योंकि मंडी समिति ये पदाधिकारी और स्थानीय नेता इस ओर कोई ध्यान नहीं देते.
इसके अलावा ADM सिटी ने बताया कि आज कुछ व्यापारियों द्बारा सरसों के ज्यादा भाव खोल दिए गए. जिसके बाद फसल बेचने वाले किसानों की मंडी में भीड़ जमा हो गई. ज्यादा भाव खोलने वाले व्यापारियों के खिलाफ जांच करवाई जा रही है.