भरतपुर. कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर जिला प्रशासन ने काफी एहतियात बरते हुए हैं, जो भी व्यक्ति बाहर से आ रहे है उनको आरबीएम अस्पताल में निगरानी के तौर पर रखा जा रहा है. जिला आरबीएम अस्पताल के कई वार्ड में कोरोना के संदिग्ध मरीजों को भर्ती किया गया है.
लेकिन गुरुवार देर रात कुछ पुलिसकर्मियों ने कोरोना वायरस के एक संदिग्ध मरीज के साथ मारपीट कर दी. जानकारी के अनुसार मरीज खांसी की वजह से अस्पताल में भर्ती किया गया था. दरअसल बयाना तहसील के नंदी गांव का रहने वाला मोहित इलाज के लिए भर्ती किया गया था. उसे जांच के लिए जिला आरबीएम अस्पताल भेज दिया गया. जहां अस्पताल के डॉक्टर्स ने उसे कोरोना का संदिग्ध मान कर भर्ती कर लिया और आइसोलेशन में रखा.
लेकिन मोहित का कहना है कि वह गांव को छोड़ कर कही भी बाहर नहीं गया. उसे मौसम खराब होने की वजह से खांसी हुई है और ये बात उसने पुलिसकर्मियों और अस्पताल के स्टाफ को कई बार बताई है. लेकिन उसे कोरोना संदिग्ध मरीजों के साथ रखा गया है. मोहित को डर है कि कही वह कोरोना के संक्रमण में न आ जाए. इसलिए उसको भरतपुर के आरबीएम अस्पताल के सर्जिकल वार्ड से आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया जाए.
मोहित ने जब अस्पताल के कंपाउंडर को ये बात दुबारा कही तो वह अस्पताल में तैनात पुलिसकर्मियों को बुला लाया. जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने मोहित की पिटाई कर दी. ये पूरी घटना वहां पर एक युवक ने अपने कैमरे में कैद कर ली. वहीं, सर्जिकल वार्ड में भर्ती एक और युवक ने बताया कि यहां पर मौसमी खांसी की वजह से उसे भर्ती किया गया है और वार्ड में हर तरह के मरीज भर्ती है.
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ऐसे में उन्हें डर है कि दूसरे मरीजों के साथ उन्हें कोई संक्रमण न हो जाए. इसके अलावा वार्ड में कोई भी व्यवस्था नहीं है, रात को उन्हें मच्छर काटते हैं और बाथरूम काफी गंदे है. कई बार अस्पताल प्रशासन से कहने के बाद भी उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई.