भरतपुर. जिले की नदबई विधानसभा क्षेत्र की नगर पालिका में डाले गए विद्युत विकास के टेंडर का मुद्दा दिन पर दिन गर्माता जा रहा है. विगत दिनों पहले भी नदबई के लोगों ने एसडीएम कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन देते हुए एसडीएम को ज्ञापन देकर नगर पालिका के अधिकारियों पर टेंडर में धांधलेबाजी के आरोप लगाए थे, लेकिन शुक्रवार को भाजपा नेता दुष्यंत सिंह ने एक प्रेस वार्ता करते हुए नदबई विधायक जोगिंदर सिंह अवाना को जमकर घेरा और विधायक जोगिंदर सिंह अवाना पर टेंडर में मिलीभगत का आरोप लगाया.
पूर्व मंत्री कृष्णेद्र कौर दीपा और भाजपा के नेता दुष्यंत सिंह ने बताया कि जो नगर पालिका में विद्युत विकास के लिए टेंडर डाले गए थे. उसकी NIT पहले ही डाल दी गई. जबकि 25 लाख से ऊपर के विकास कार्यों के लिए जयपुर फाइनेंस कमीशन से अनुमति लेनी पड़ती है, लेकिन नदबई नगर पालिका में बिना फाइनेंस कमीशन की अनुमति के सभी टेंडरों को पास कर दिया गया, जिससे साफ जाहिर होता है कि टेंडर में धांधलेबाजी की गई है. इन टेंडरों को विधायक जोगिंदर सिंह अवाना ने अपने लोगों को दिलवाया है, जिसमें करीब 50 लाख रुपये के धांधली की आशंका है.
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भाजपा नेता दुष्यंत सिंह ने कहा कि नदबई नगर पालिका में धांधलेबाजी उच्च स्तर पर है. टेंडर प्रक्रिया में कोई पारदर्शिता नहीं है. विधानसभा इलाके में अगर कहीं भी धांधलेबाजी की बात आती है तो उस इलाके का विधायक पूरी तरह से जिम्मेदार होता है, जबकि नदबई के विधायक कहते हैं कि नदबई की जनता को भ्रमित किया जा रहा है. जबकि नदबई की जनता जागरूक है. जनता को मालूम है कि अधिकारियों और विधायक की मिलीभगत से ही टेंडर में धांधलेबाजी की जा रही है.