भरतपुर. कोरोना संक्रमण से जूझ रहे देशभर में 22 मार्च से लॉकडाउन लगातार जारी है. वहीं अब मंगलवार से लॉकडाउन पार्ट 4 की भी शुरुआत हो गई है. इसके चलते जहां पूरा जनजीवन प्रभावित हुआ है वहीं शादी समारोह से जुड़े हुए कई व्यवसायों को भी भारी नुकसान झेलना पड़ा है. भरतपुर जिले की बात करें तो बीते 2 माह में कैटरिंग, दोना-पत्तल और रंग-पेंट के व्यवसाय को 51 करोड़ से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ा है. हालात यह है की लॉकडाउन के चलते शादी नहीं होने और बिक्री बाधित होने की वजह से व्यवसायियों के गोदाम में करोड़ों रुपए का माल भरा पड़ा है. जो धूल फांक रहा है.
कैटरिंग: दो माह में 40 करोड़ का नुकसान
कैटरिंग व्यवसाय से जुड़े शहर के पवन सिंघल ने बताया कि अप्रैल और मई माह में उनके पास करीब 40 शादियों में कैटरिंग के ऑर्डर थे. लेकिन महामारी के चलते सभी शादियां कैंसिल हो गई. ऐसे में उनको इस 2 महीने के दौरान ही करीब दो से ढाई करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है. पवन सिंघल ने बताया कि पूरे भरतपुर जिले में लॉक डाउन के चलते शादियां कैंसिल होने से कैटरिंग व्यवसाय को करीब 40 करोड़ का नुकसान हुआ है. इतना ही नहीं इस व्यवसाय से जुड़े सैकड़ों मजदूरों को भी काम नहीं मिल पाने की वजह से घर बैठना पड़ा है.
रंग-पेंटः दो माह में 6 करोड़ का घाटा
पेंट के व्यवसाई गोविंद सिंघल ने बताया कि लॉकडॉन के दौरान पूरे 2 माह रंग पेंट की बिक्री पूरी तरह से बंद रही. भरतपुर शहर में रंग पेंट की करीब 30 दुकानें हैं, और 2 माह के दौरान बिक्री पूरी तरह से बाधित होने की वजह से करीब 6 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा है. इतना ही नहीं दुकान पर काम करने वाले करीब 100 से अधिक कर्मचारियों को घर बैठे ही तनख्वाह भी देनी पड़ी है.
दोना-पत्तल : 5 करोड़ का घाटा
भरतपुर जिले के दोना पत्तल व्यवसायियों का कहना है कि शादी समारोह नहीं होने की वजह से इस बार उनका काफी नुकसान हुआ है. शादियों के सीजन में जिलेभर में एक माह में करीब ढाई करोड़ तक की बिक्री हो जाती थी. लेकिन इस बार 2 महीने से जारी लॉकडाउन के चलते ना तो शादी समारोह हो पाए और ना ही दोना पत्तल बिक पाए.
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के चलते भरतपुर जिले में करीब 200 से अधिक शादी समारोह कैंसिल कर दिए गए थे. वहीं कुछ शादियां भी प्रशासन की अनुमति से बहुत ही सीमित लोगों की मौजूदगी में आयोजित की गई. ऐसे में शादी समारोह से जुड़े व्यवसायियों को लॉकडाउन के चलते काफी नुकसान उठाना पड़ा है.