भरतपुर. शहर की काली बगीची क्षेत्र में शुक्रवार को दिनदहाड़े चलती कार में एक डॉक्टर दंपती को गोली मार कर हत्या कर दी गई. बदमाश एक बाइक पर सवार होकर आए थे. इस मामले में आरोपियों की पहचान कर ली गई है. जिसके बाद इस मामले से जुड़ी परतें भी खुलने लगी हैं. इस हत्याकांड के पीछे त्रिकोण प्रेम प्रसंग भी है और रंजिश भी.
डॉ. सुदीप गुप्ता के अवैध संबंधों के चलते जहां उसकी पत्नी डॉ. सीमा गुप्ता और मां ने अपराध का रास्ता चुन लिया. तो वहीं डॉ. सुदीप गुप्ता की प्रेमिका दीपा गुर्जर की हत्या का बदला लेने के लिए उसका भाई भी हत्यारा बन बैठा. कैसे डॉ. सुदीप गुप्ता के अस्पताल की रिसेप्शनिस्ट से प्रेम संबंध बने, किस तरह डॉक्टर की पत्नी और मां ने प्रेमिका की हत्या की और उसके बाद किस तरह एक भाई ने अपनी बहन की हत्या का इंतकाम लिया.
ऐसे संपर्क में आए डॉक्टर और दीपाः
असल में इस पूरी कहानी की शुरुआत साल 2017 में हुई थी. डॉ. सुदीप गुप्ता भरतपुर के आरबीएम जिला अस्पताल में सरकारी चिकित्सक के रूप में कार्यरत था और उसकी पत्नी डॉ. सीमा गुप्ता काली बगीची क्षेत्र में श्री राम हॉस्पिटल का संचालन करती थी. श्री राम हॉस्पिटल में तलाकशुदा दीपा गुर्जर बतौर रिसेप्शनिस्ट काम करती थी. यहीं से डॉक्टर सुदीप गुप्ता और दीपा गुर्जर के बीच प्रेम पनपने लगा.
बीवी ने नौकरी से निकाला, पति ने विला गिफ्ट किया
डॉ. सुदीप गुप्ता और रिसेप्शनिस्ट दीपा गुर्जर के बीच अवैध संबंधों का पता डॉ. सीमा गुप्ता को चल चुका था. यही वजह थी कि डॉ. सीमा गुप्ता ने दीपा गुर्जर को नौकरी से निकाल दिया. लेकिन डॉ. सुदीप गुप्ता की मेहरबानी दीपा पर बरसती रही. उसने दीपा गुर्जर को नौकरी से निकाले जाने के बाद शहर के सबसे पॉश इलाके सूर्या सिटी में अपना लाखों रुपए का विला गिफ्ट कर दिया. किसी को इस बात की खबर ना लगे इसके लिए डॉक्टर सुदीप गुप्ता ने पड़ोसियों को सूचना दी कि मकान एक बैंक मैनेजर को किराए पर रखा है. यहां दीपा गुर्जर अपने 6 साल के बेटे शौर्य के साथ रहने लगी. इस बीच डॉक्टर यहां चोरी-छुपे अपनी प्रेमिका से मिलने आता रहा.
न्यौता मिला तो सीमा गुप्ता को पता चलाः
सूर्य सिटी के विला में रह रही प्रेमिका दीपा गुर्जर ने प्रेमी डॉक्टर की मदद से विला को एक सैलून का रूप दे दिया और उसका 1 नवंबर को उद्घाटन कार्यक्रम रखा. इस कार्यक्रम से पहले दीपा गुर्जर ने डॉक्टर सुदीप गुप्ता के घर पर एक निमंत्रण पत्र भेजा, जो कि उसकी पत्नी डॉ. सीमा गुप्ता के हाथ लग गया. निमंत्रण पत्र पर अपने ही विला का एड्रेस देखकर डॉक्टर सीमा गुप्ता को सारा माजरा समझ आ गया. उसने यह बात अपनी सास को भी बताई.
पत्नी और मां ने उठाया खूनी कदमः
पति के अवैध संबंधों से गुस्साई डॉ. सीमा गुप्ता और उसकी सास ने दीपा गुर्जर को रास्ते से हटाने की साजिश रची. सास-बहू 7 नवंबर 2019 की शाम को सूर्या सिटी स्थित अपने विला पर पहुंचीं और वहां रह रही दीपा गुर्जर और उसके 6 साल के बेटे शौर्य के साथ झगड़ा करने लगीं. बात इतनी बढ़ गई की दोनों पक्षों में हाथापाई हो गई. गुस्से में डॉ. सीमा गुप्ता और उसकी सास ने दीपा गुर्जर और उसके बेटे को रसोई में बंद कर दिया.
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डॉ. सीमा गुप्ता अस्पताल से ही अपने साथ स्प्रिट लेकर गई थी, जिसे घर के पर्दों और खिड़की दरवाजों पर छिड़क कर आग लगा दी. अंदर रसोई में बंद दीपा गुर्जर ने पहले तो प्रेमी डॉ. सुदीप गुप्ता को फोन किया और उसके बाद अपने भाई अनुज को. उस वक्त सबसे पहले सूचना पाकर अनुज मौके पर पहुंचा, लेकिन तब तक आग ने पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया था. दीपा गुर्जर और उसके बेटे शौर्य की आग में जलने से मौत हो चुकी थी.
दो साल बाद बहन की हत्या का बदलाः
इस घटना के बाद डॉ. सुदीप गुप्ता, डॉ. सीमा गुप्ता और उसकी मां को जेल भी जाना पड़ा था, लेकिन बाद में वो रिहा हो गए, लेकिन दीपा के भाई अनुज के दिमाग में रंजिश दौड़ने लगी. उसकी दिलो-दिमाग में अपनी बहन दीपा और भांजे शौर्य की मौत की घटना घूमती रही. लंबे समय तक आरोपी अनुज ने डॉक्टर दंपती की रेकी की. आखिरकार 28 मई 2021 को उसने मौका तलाशा और अपने धौलपुर निवासी दोस्त महेश के साथ मिलकर काली बगीची के पास डॉ. दंपति को कार में गोली मार दी. दनादन चली गोलियों में डॉक्टर दंपती की मौत हो गई.
मृतक डॉक्टर दंपति के परिवार में उनकी बुजुर्ग मां सुरेखा, बेटा संयम (18) और बेटी साक्षी (15) मौजूद हैं. फिलहाल मृतक डॉक्टर दंपती का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है. पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में मेडिकल टीम गठित कर पोस्टमार्टम कराया जाएगा. वहीं, शुक्रवार को भरतपुर में हुई अपराध की तीन बड़ी वारदातों को देखते हुए आज चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग का भरतपुर आने का कार्यक्रम भी है.