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भरतपुर: बालिका गृह में पुलिसकर्मी और सुरक्षा गार्ड उपलब्ध कराते हैं गुटखा, बालिका के शिकायत करने पर पीटा - Gutkha and tobacco

भरतपुर के राजकीय बालिका गृह में तंबाकू और गुटखा का उपयोग किया जा रहा है. ये काम वहां के मौजूद सुरक्षाकर्मी और तैनात पुलिसकर्मी ही तंबाकू की सामग्री अंदर पहुचाते हैं. इस विषय में एक बालिका ने जब बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष और अन्य सदस्यों से बात की तो अन्य बालिकाओं ने मिलकर उसे पीट डाला. जिससे वो बालिका बूरी तरह से जख्मी हो गई.

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Published : Dec 10, 2019, 11:19 PM IST

भरतपुर. जिले के राजकीय बालिका गृह में तैनात पुलिसकर्मी और सुरक्षा गार्ड यहां की बालिकाओं को बाहर से गुटखा उपलब्ध कराते हैं. साथ ही कई बालिकाएं बालिका गृह में अपने पास मोबाइल भी रखती है. जब इसकी शिकायत एक बालिका ने बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष और अन्य सदस्यों से की तो उसकी अन्य बालिकाओं ने मिलकर एक कमरे में बंद कर पिटाई कर दी. जिसमें बालिका बूरी तरह से घायल हो गई. सूचना मिलने पर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष और सदस्य बालिका गृह पहुंचे और घायल बालिका को आरबीएम जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका उपचार चल रहा है.

बालिका के शिकायत करने पर बंद कमरे में पीटा

बाल कल्याण समिति अध्यक्ष गंगाराम पराशर ने बताया कि मंगलवार को दो बालिकाओं को समिति में काउंसलिंग के लिए बुलाया गया. इस दौरान एक बालिका ने बताया कि बालिका गृह में तैनात पुलिसकर्मी और सुरक्षा गार्ड अंदर बालिकाओं को गुटखा और तंबाकू उपलब्ध कराते हैं. साथ ही कई बालिकाओं के पास मोबाइल भी उपलब्ध है. काउंसलिंग में मौजूद दूसरी बालिका ने बालिका गृह वापस पहुंचकर अन्य बालिकाओं से पहली बालिका की ओर से की गई शिकायत के बारे में बता दिया. इससे खफा अन्य बालिकाओं ने शिकायत करने वाली बालिका की कमरे में बंद कर पिटाई कर दी. आरबीएम जिला अस्पताल में भर्ती घायल बालिका ने बताया कि वह अंदर कमरे में से चिल्लाती रही, लेकिन बालिका गृह में मौजूद स्टाफ में से कोई उसे बचाने नहीं आया.

पढ़ें- भरतपुर के एक दिवसीय दौरे पर मंत्री बीडी कल्ला, पानी और बिजली विभाग के अधिकारियों की ली बैठक

इसलिए खराब है हालात

असल में नारी निकेतन और बालिका गृह एक ही परिसर में संचालित होती है. यहां 41 बालिकाएं और महिलाएं रहती है. इसके साथ ही राजकीय बालिका गृह के अंदर तैनात सभी कर्मचारी प्राइवेट हैं. ऐसे में बाल कल्याण समिति के पदाधिकारियों का मानना है कि जब तक सरकारी कर्मचारी यहां तैनात नहीं किए जाएंगे, तब तक यहां के हालात को पूरी तरह से नियंत्रण में लाना मुश्किल है.

भरतपुर. जिले के राजकीय बालिका गृह में तैनात पुलिसकर्मी और सुरक्षा गार्ड यहां की बालिकाओं को बाहर से गुटखा उपलब्ध कराते हैं. साथ ही कई बालिकाएं बालिका गृह में अपने पास मोबाइल भी रखती है. जब इसकी शिकायत एक बालिका ने बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष और अन्य सदस्यों से की तो उसकी अन्य बालिकाओं ने मिलकर एक कमरे में बंद कर पिटाई कर दी. जिसमें बालिका बूरी तरह से घायल हो गई. सूचना मिलने पर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष और सदस्य बालिका गृह पहुंचे और घायल बालिका को आरबीएम जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका उपचार चल रहा है.

बालिका के शिकायत करने पर बंद कमरे में पीटा

बाल कल्याण समिति अध्यक्ष गंगाराम पराशर ने बताया कि मंगलवार को दो बालिकाओं को समिति में काउंसलिंग के लिए बुलाया गया. इस दौरान एक बालिका ने बताया कि बालिका गृह में तैनात पुलिसकर्मी और सुरक्षा गार्ड अंदर बालिकाओं को गुटखा और तंबाकू उपलब्ध कराते हैं. साथ ही कई बालिकाओं के पास मोबाइल भी उपलब्ध है. काउंसलिंग में मौजूद दूसरी बालिका ने बालिका गृह वापस पहुंचकर अन्य बालिकाओं से पहली बालिका की ओर से की गई शिकायत के बारे में बता दिया. इससे खफा अन्य बालिकाओं ने शिकायत करने वाली बालिका की कमरे में बंद कर पिटाई कर दी. आरबीएम जिला अस्पताल में भर्ती घायल बालिका ने बताया कि वह अंदर कमरे में से चिल्लाती रही, लेकिन बालिका गृह में मौजूद स्टाफ में से कोई उसे बचाने नहीं आया.

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इसलिए खराब है हालात

असल में नारी निकेतन और बालिका गृह एक ही परिसर में संचालित होती है. यहां 41 बालिकाएं और महिलाएं रहती है. इसके साथ ही राजकीय बालिका गृह के अंदर तैनात सभी कर्मचारी प्राइवेट हैं. ऐसे में बाल कल्याण समिति के पदाधिकारियों का मानना है कि जब तक सरकारी कर्मचारी यहां तैनात नहीं किए जाएंगे, तब तक यहां के हालात को पूरी तरह से नियंत्रण में लाना मुश्किल है.

Intro:भरतपुर.
भरतपुर के राजकीय बालिका गृह में तैनात पुलिसकर्मी व सुरक्षा गार्ड यहां की बालिकाओं को बाहर से गुटखा उपलब्ध कराते हैं। साथ ही कई बालिकाएं बालिका गृह में अपने पास मोबाइल भी रखती है। जब इसकी शिकायत एक बालिका ने बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष व अन्य सदस्यों से की तो उसकी अन्य बालिकाओं ने मिलकर कमरे में बंद करके पिटाई कर दी। जिससे बालिका घायल हो गई। सूचना मिलने पर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष व सदस्य बालिका गृह पहुंचे और घायल बालिका को आरबीएम जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका उपचार चल रहा है।Body:बाल कल्याण समिति अध्यक्ष गंगाराम पाराशर ने बताया कि मंगलवार को दो बालिकाओं को समिति में काउंसलिंग के लिए बुलाया। इस दौरान एक बालिका ने बताया कि बालिका गृह में तैनात पुलिसकर्मी और सुरक्षा गार्ड अंदर बालिकाओं को गुटखा और तंबाकू उपलब्ध कराते हैं। साथ ही कई बालिकाओं के पास मोबाइल उपलब्ध है। काउंसलिंग में मौजूद दूसरी बालिका ने बालिका गृह वापस पहुंचकर अन्य बालिकाओं से पहली बालिका द्वारा की गई शिकायत के बारे में बता दिया। इससे खफा अन्य बालिकाओं ने शिकायत करने वाली बालिका की कमरे में बंद करके पिटाई कर दी।

आरबीएम जिला अस्पताल में भर्ती घायल बालिका ने बताया कि वह अंदर कमरे में से चिल्लाती रही लेकिन बालिका गृह में मौजूद स्टाफ ने उसे नहीं बचाया। बाद में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष व सदस्य बालिका गृह पहुंचे और घायल बालिका को आरबीएम जिला अस्पताल में भर्ती कराया।Conclusion:इसलिए खराब है हालात
असल में नारी निकेतन व बालिका गृह एक ही परिसर में संचालित है। यहां 41 बालिका व महिलाएं निवासरत है। साथ ही राजकीय बालिका गृह के अंदर तैनात सभी कर्मचारी प्राइवेट हैं। ऐसे में बाल कल्याण समिति के पदाधिकारियों का मानना है कि जब तक सरकारी कर्मचारी यहां तैनात नहीं किए जाएंगे तब तक यहां हालात पूरी तरह से नियंत्रण में आना मुश्किल है।

बाइट - गंगाराम पाराशर, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति भरतपुर।

सादर
श्यामवीर सिंह
भरतपुर
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