भरतपुर. आरबीएम अस्पताल में 60 और वेंटिलेटर लगाने का काम शुरू हो गया है. जिनके लगाने का काम 7-8 दिन में पूरा हो जाएगा. ऐसे में अब आरबीएम में वेंटिलेटरों की संख्या बढ़कर 99 हो जाएगी.
डाॅ. गर्ग ने बताया कि चिकित्सालय में ऑक्सीजन सपोर्टेड बेडों तक ऑक्सीजन पाइप लाइन नहीं होने के कारण वेंटिलेटर काफी दिनों से रखे हुए थे. अब पाइप लाइन डालकर 60 बेडों को ऑक्सीजन सपोर्टेड बनाया जा रहा है, ताकि वेंटिलेटरों का उपयोग हो सके. वर्तमान में आरबीएम में 39 वेंटिलेटर चालू अवस्था में हैं.
गौरतलब है कि जिला प्रशासन ने पीएम केयर फंड से मिले 10 वेंटिलेटर किराए पर जिंदल अस्पताल को दे दिए थे, जिनका अस्पताल संचालक द्वारा मरीजों के उपचार के नाम पर 35 से 38 हजार रुपये पैकेज के रूप में वसूला जा रहा था. सांसद रंजीता कोली ने इस पूरे मामले की जांच के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग की थी. इतना ही नहीं, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भी गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा है और जांच की मांग की है.
ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की स्वीकृति जारी...
संक्रमितों के उपचार के लिए विधायकों द्वारा विधायक निधि से ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट के लिए की गई अनुशंसा को देखते हुए जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने प्लांट निर्माता कंपनी के साथ बैठक आयोजित की. जिला कलेक्टर गुप्ता ने बताया कि आरबीएम में 170-170 सिलेंडर क्षमता के दो ऑक्सीजन जनरेशन प्लांटों की स्वीकृति जारी कर दी गई है. निर्माता कंपनी द्वारा 15 जुलाई तक इन प्लांटों को स्थापित कर ऑक्सीजन गैस सप्लाई शुरू कर दी जाएगी.
साथ ही डीग-कुम्हेर विधायक विश्वेन्द्र सिंह, नगर विधायक वाजिब अली और गृह रक्षा एवं नागरिक सुरक्षा राज्य मंत्री भजनलाल द्वारा भी ऑक्सीजन जनरेशन प्लांटों की स्थापना के लिए विधायक क्षेत्रीय विकास निधि से राशि स्वीकृति की गई है.
दान स्वरूप 5 कंसंट्रेटर और 5 लाख रुपये मिले...
मुंबई की स्टार एग्री वेयर हाउसिंग एंड एग्री बाजार कंपनी ने भरतपुर के आरबीएम चिकित्सालय को 5 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर प्रदान किए हैं. इनका आरबीएम में उपयोग शुरू हो चुका है. इसी प्रकार सिमको द्वारा कोविड फंड में जमा कराने के लिए 5 लाख रुपये का चैक जिला कलेक्टर को प्रदान किया.