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भरतपुर: पंचायत का तुगलकी फरमान, एक परिवार को किया गांव से बेदखल

एक तरफ देश जहां 21वीं सदी की ओर अग्रसर है. भारत देश का नाम भी विश्व में बड़े शान से लिया जाता है. और तो और पुरानी रूढ़िवादी परम्पराओं को छोड़ने की बात कही जाती है, लेकिन वहीं दूसरी तरफ हम आपको एक ऐसे मामले से रूबरू करवाते हैं, जिसे देख आपको लगेगा कि हम अभी भी वहीं हैं.

Bharatpur news, भरतपुर की खबर
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Published : Dec 9, 2019, 2:43 AM IST

भरतपुर. जिले के रुदावल थाना इलाके चौखंडा गांव में एक पंचायत ने अपना तुगलकी फरमान सुनाते हुए एक परिवार को गांव से बेदखल कर दिया. इतना ही नहीं पंचायत की तरफ से पीड़ित परिवार को धमकी दी गई है कि उसके घर में किसी की भी शादी नहीं होने देंगे. दरअसल दो भाइयों भूरी सिंह और प्रीतम सिंह में पैतृक जमीन के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है. इस विवाद को निपटाने के लिए पंचायत बैठी और पंचों ने अपना तुगलकी फरमान सुनाते हुए भूरी सिंह के परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया और फरमान सुनाया की कोई भी गांव का व्यक्ति उसके परिवार से कोई भी संबंध नही रखेगा और न ही उसके घर में कोई शादी करेगा.

एक परिवार को किया गांव से बेदखल

पीड़ित भूरी सिंह ने बताया कि उसके पिता के पास 52 एकड़ जमीन है. जिसमें से 26 एकड़ जमीन उसके पिता ने उसके बेटे के नाम कर दी है, जिसके बाद दोनों भाइयों में बराबर बंटवारे को लेकर झगड़ा होने लगा और झगड़ा इतना बढ़ गया कि उनको बंटवारे के लिए पंचायत का सहारा लेना पड़ा. लेकिन पंच ने फैसला किया कि प्रीतम के 26 एकड़ जमीन नाम की जाएगी. जिसके बाद भूरी सिंह ने ऐतराज जताते हुए कहा कि उसके पिता ने अपनी मर्जी से उसके बेटे के नाम 26 एकड़ जमीन की है. अब बाकी की जमीन में दोनों भाइयों के बंटवारे होंगे.

पढ़ें- भरतपुरः रस्सी से लटका मिला युवक का शव, तफ्तीश में जुटी पुलिस

वहीं, पंचायत ने कहा कि पूरी 52 एकड़ जमीन में से भूरी सिंह और प्रीतम सिंह का बंटवारा होगा. पंचायत ने अपना फैसला सुनाते हुए भूरी सिंह से 31 हजार रुपए जमा करवा लिए और कहा कि अगर पंचायत का फरमान नहीं माना तो उसके पैसे जब्त कर लिए जाएंगे. जिसके बाद भूरी सिंह ने एतराज जताया और पंचायत ने उसके 31 हजार रुपए जब्त कर लिए और उसके परिवार के लोगों को समाज से बहिष्कृत कर दिया. जिसके बाद पीड़ित भूरी सिंह ने रुदावल थाने में मामला दर्ज करवाया है.

भरतपुर. जिले के रुदावल थाना इलाके चौखंडा गांव में एक पंचायत ने अपना तुगलकी फरमान सुनाते हुए एक परिवार को गांव से बेदखल कर दिया. इतना ही नहीं पंचायत की तरफ से पीड़ित परिवार को धमकी दी गई है कि उसके घर में किसी की भी शादी नहीं होने देंगे. दरअसल दो भाइयों भूरी सिंह और प्रीतम सिंह में पैतृक जमीन के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है. इस विवाद को निपटाने के लिए पंचायत बैठी और पंचों ने अपना तुगलकी फरमान सुनाते हुए भूरी सिंह के परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया और फरमान सुनाया की कोई भी गांव का व्यक्ति उसके परिवार से कोई भी संबंध नही रखेगा और न ही उसके घर में कोई शादी करेगा.

एक परिवार को किया गांव से बेदखल

पीड़ित भूरी सिंह ने बताया कि उसके पिता के पास 52 एकड़ जमीन है. जिसमें से 26 एकड़ जमीन उसके पिता ने उसके बेटे के नाम कर दी है, जिसके बाद दोनों भाइयों में बराबर बंटवारे को लेकर झगड़ा होने लगा और झगड़ा इतना बढ़ गया कि उनको बंटवारे के लिए पंचायत का सहारा लेना पड़ा. लेकिन पंच ने फैसला किया कि प्रीतम के 26 एकड़ जमीन नाम की जाएगी. जिसके बाद भूरी सिंह ने ऐतराज जताते हुए कहा कि उसके पिता ने अपनी मर्जी से उसके बेटे के नाम 26 एकड़ जमीन की है. अब बाकी की जमीन में दोनों भाइयों के बंटवारे होंगे.

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वहीं, पंचायत ने कहा कि पूरी 52 एकड़ जमीन में से भूरी सिंह और प्रीतम सिंह का बंटवारा होगा. पंचायत ने अपना फैसला सुनाते हुए भूरी सिंह से 31 हजार रुपए जमा करवा लिए और कहा कि अगर पंचायत का फरमान नहीं माना तो उसके पैसे जब्त कर लिए जाएंगे. जिसके बाद भूरी सिंह ने एतराज जताया और पंचायत ने उसके 31 हजार रुपए जब्त कर लिए और उसके परिवार के लोगों को समाज से बहिष्कृत कर दिया. जिसके बाद पीड़ित भूरी सिंह ने रुदावल थाने में मामला दर्ज करवाया है.

Intro:भरतपुर-08-12-2019
एंकर- एक तरफ देश 21वी सदी की ओर अग्रसर है। भारत देश का नाम विश्व मे बड़े शान से लिया जाता है। पुरानी रूढ़िवादी परम्पराओं को छोड़ने की बात कही जाती है। लेकिन वही दूसरी तरफ हम आपको एक ऐसे मामले से रूबरू करवाते है जिसको देख आपको लगेगा कि हम अभी भी वही है।
  भरतपुर जिले के रुदावल थाना इलाके चौखंडा गाँव मे एक पंचायत ने अपना तुगलकी फरमान सुनाते हुए एक परिवार को गाँव से बेदखल कर दिया। इतना ही नही पंचायत की तरफ से पीड़ित परिवार को धमकी दी गई है कि उसके घर मे किसी की भी शादी नहीं होने देंगे।
दरअसल चौखंडा गाँव मे दो भाइयों भूरी सिंह और प्रीतम सिंह में पैतृक जमीन के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है। इस विवाद को निबटाने के लिए पंचायत बैठी और पंच पटेलों ने अपना तुगलकी फरमान सुनाते हुए भूरी सिंह के परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया। और फरमान सुनाया की कोई भी गाँव का व्यक्ति उसके परिवार से कोई भी संबंध नही रखेगा। और न ही उसके घर मे कोई समाज का परिवार शादी करेगा।
पीड़ित भूरी सिंह ने बताया कि उसके पिता के पास 52 एकड़ जमीन है। जिसमे से 26 एकड़ जमीन उसके पिता ने उसके बेटे के नाम कर दी है जिसके बाद दोनों भाइयों में बराबर बंटवारे को लेकर झगड़ा होने लगा और झगड़ा इतना बढ़ गया कि उनको बंटवारे के लिए पंचायत का सहारा लेना पड़ा। लेकिन पंच ने फैसला किया कि प्रीतम के 26 एकड़ जमीन नाम की जाएगी जिसके बाद बुरी सिंह ने एतराज जताते हुए कहा कि उसके पिता ने अपनी मर्जी से उसके बेटे के नाम 26 एकड़ जमीन की है। अब बाकी की जमीन में दोनों भाइयों के बंटवारे होंगे। लेकिन वही पंचायत ने कहा कि पूरी 52 एकड़ जमीन में से भूरी सिंह और प्रीतम सिंह का बंटवारा होगा पंचायत ने अपना फैसला सुनाते हुए भूरी सिंह से 31 हज़ार रुपये जमा करवा लिए और कहा कि अगर पंचायत का फरमान नही माना तो उसके पैसे जब्त कर लिए जाएंगे। जिसके बाद भूरी सिंह ने एतराज़ जताया और पंचायत ने उसके 31 हज़ार रुपये जब्त कर लिए और उसके परिवार के लोगो को समाज से वहिष्कृत कर दिया गया। 
जिसके बाद पीड़ित भूरी सिंह ने रुदावल थाने में इसका मामला दर्ज करवाया है। 
बाइट- सुरेश खिंची, ADF
बाइट- भूरी सिंह, पीड़ित
बाइट- रामदेई, भूरी सिंह की पत्नी
बाइट- रामहेत मीणा, पंच


Body:पंचायत का तुगलकी फरमान, परिवार को किया गाँव से बेदखल


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