भरतपुर. जिले में एक बार फिर कोरोना विस्फोट हुआ है. सोमवार को 44 नए पॉजिटिव मामले सामने आए. जिसके बाद चिकित्सा विभाग की चिंताएं काफी बढ़ गई हैं. लेकिन अब कोरोना ने पुलिस और चिकित्सा विभाग को भी नहीं छोड़ा है. जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में तैनात कई पुलिसकर्मी भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जिसके बाद जिला पुलिस अधीक्षक को पहले ही होम क्वॉरेन्टाइन कर दिया गया है.
साथ ही शहर के जनाना अस्पताल के डॉक्टर के पॉजिटिव आने के बाद उनका बेटा पॉजिटिव पाया गया. जब डॉक्टर की हिस्ट्री खंगाली तो राज्य चिकित्सा मंत्री को होम क्वॉरेन्टीन किया गया. सरकार की ओर से सोमवार से लॉकडाउन भी खोल दिया गया है, लेकिन लॉकडाउन खोलने के बाद लोगों को खुद ही एहतियात बरतना होगा. अब पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 297 पहुंच चुका है और मरने वालों की संख्या 6 हो चुकी है.
बता दें कि रविवार को ही एक कोरोना पॉजिटिव महिला की मौत हो गई थी. इसके अलावा एक व्यक्ति दो दिन पहले अचानक सड़क पर गिर गया और उसकी मौत हो गई. वह व्यक्ति अलीगढ़ का रहने वाला बताया जा रहा है और वह भरतपुर में मजदूरी का काम किया करता था. जिसके बाद उसकी कोरोना जांच करवाई गई तो वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया.
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अब कोरोना ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है. क्योंकि सोमवार को भी एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की हालत गंभीर होने के कारण उसे जयपुर के लिए रेफर कर दिया गया. सीएमएचओ का कहना है कि शहर की कुम्हेर गेट सब्जी मंडी से ही पूरे जिले में संक्रमण फैला है क्योंकि आगरा जो कोरोना का हॉटस्पॉट बना हुआ है वहां से भरतपुर में सब्जियां सप्लाई होती हैं और उसी कारण कोरोना ने जिले में अपने पैर पसारे हैं. क्योंकि काफी संख्या में सब्जी व्यापारी और उनके परिजन कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.
इसके अलावा सीएमएचओ ने हिदायत के तौर पर बताया कि अगर कोरोना से बचना है तो खुद ही सावधानियां बरतनी पड़ेगी. क्योंकि सरकार ने लॉकडाउन खोल दिया है अब लोग लापरवाही करते हैं तो संक्रमण फैलने का ज्यादा खतरा बना रहेगा.