भरतपुर. आर्मी जवान बनकर सोशल साइट के जरिए चेन्नई के लोगों से ठगी करने वाले दो आरोपियों को तमिलनाडु पुलिस ने भरतपुर से गिरफ्तार कर लिया. दोनों को गिरफ्तारी के बाद पुलिस मथुरा गेट थाना ले गई. जिसके बाद उनका मेडिकल कराकर कोर्ट में पेश किया गया. जहां से पुलिस मजिस्ट्रेट से ट्रांजिट रिमांड पर आरोपियों को चेन्नई लेकर गई.
साइबर क्राइम की इंस्पेक्टर गीता ने बताया कि नरेश और बच्चू दोनों आरोपी ई-मित्र की दुकान चलाते हैं. जिसमें नरेश भरतपुर के संजय नगर का रहने वाला है और बच्चू नगर थाना इलाके के धुलावल गांव का रहने वाला है. यह दोनों आरोपी आर्मी जवान बनकर चेन्नई के लोगों को सोशल साइड के जरिए गाड़ी बेचने का लालच देते थे. वहीं गाड़ी खरीदने वाले व्यक्तियों से कहते थे कि वे एक आर्मी मेन है और उनका ट्रांसफर हो गया है. इसलिए वह अपनी गाड़ी बेचना चाहते है.
पढ़ेंः पतंजलि योगपीठ के खिलाफ कुर्की नोटिस जारी, जमीन लीज मामले में पौने दो करोड़ का बकाया निकाला
जिसके बाद वे गाड़ी खरीदने वालों से ऑनलाइन पेमेंट ट्रांसफर करवाते थे, जिसके बाद नरेश उस पेमेंट को तुरंत अपनी पत्नी के अकाउंट में ट्रांसफर कर देता था, जिसके बाद वह खरीददार को कोई गाड़ी नही देते थे. ऐसे करके उन्होंने कई वारदातों को अंजाम दिया. जो भी ठगी के शिकार थे उन्होंने ऐसे मामलों की एफआईआर दर्ज करवाई. जिस पर चेन्नई की साइबर क्राइम पुलिस ने मामले की छानबीन की और साइबर क्राइम के एसीपी के निर्देश में एक स्पेशल टीम गठन किया गया. वहीं टीम ने कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को भरतपुर से गिरफ्तार कर लिया.