भरतपुर. पीलूपुरा गुर्जर आरक्षण आंदोलन की तेरहवीं बरसी पर रविवार को कारबारी-पीलूपुरा शहीद स्मारक पर गुर्जर समाज की ओर से श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया. श्रद्धांजलि कार्यक्रम के दौरान भी गुर्जर समाज दो धड़ों में बटा हुआ नजर आया. श्रद्धांजलि कार्यक्रम में कर्नल किरोड़ी बैंसला एवं हिम्मत सिंह पालड़ी की ओर से अलग-अलग समय पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई.
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कार्यक्रम के दौरान गुर्जर नेता हिम्मत सिंह पालड़ी ने सरकार के साथ हुई वार्ता के दौरान तय किए गए बिंदुओं की अभी तक पालना नहीं होने पर कहा कि कोरोना संक्रमण का दौर निकलने के बाद बैठक की जाएगी. यदि मांगे पूरी नहीं हुई तो समाज को फिर से आंदोलन की राह पर उतरना पड़ सकता है. श्रद्धांजलि कार्यक्रम में स्वास्थ्य खराब होने की वजह से कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला नहीं पहुंचे.
पीलूपुरा स्थित शहीद स्मारक पर कर्नल बैंसला गुट के गुर्जर नेता भूरा भगत के नेतृत्व में समाज के लोगों ने आंदोलन में मारे गए लोगों को पुष्पांजलि अर्पित कर दो मिनट का मौन रखा. इसके बाद सुबह 11 बजे दूसरे गुट के गुर्जर नेता हिम्मत सिंह पालड़ी व सरपंच संघ अध्यक्ष प्रतिनिधि दीवान शेरगढ़ की अगुवाई में पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया.
श्रद्धांजलि कार्यक्रम के दौरान गुर्जर नेता हिम्मत सिंह पालड़ी ने सरकार से समझौता वार्ता के सभी बिंदुओं जैसे कि बैकलॉग, रीट व नर्सिंग भर्ती आदि की पालना कराने की मांग रखी. साथ ही कहा कि लॉकडाउन के बाद गुर्जर समाज की एक बैठक आयोजित की जाएगी. यदि सरकार की ओर से मांगे पूरी नहीं की गई तो समाज को फिर से आंदोलन की राह पर उतरना पड़ सकता है.
कार्यक्रम के दौरान शहीद स्मारक स्थल पर अव्यवस्थाओं को बदहाली को लेकर गुर्जर समाज के लोगों ने चिंता जताई. जिस पर समाज के लोगों ने क्षमता एकत्रित कर स्मारक का विकास कराने का संकल्प लिया. इसके लिए दीवान शेरगढ़ ने एक लाख रुपए व अन्य कई लोगों ने करीब 2 लाख रुपए की राशि देने की घोषणा की. गौरतलब है कि पीलूपुरा में वर्ष 2008 में गुर्जर आरक्षण आंदोलन के दौरान गुर्जर समाज के 73 लोग मारे गए थे, जिनकी याद में हर वर्ष 23 मई को श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया जाता है.