अलवर. देश सेवा में अपना सब कुछ न्यौछावर करने का सपना लिए हर साल बड़ी संख्या युवा सेना में शामिल होने के लिए अपना दमखम दिखाते हैं. सेना में भर्ती होने के लिए हर साल हजारों की संख्या में अभ्यर्थी शामिल होते हैं. जिले की सेना भर्ती रैली देश में विशेष स्थान रखती है. हर साल सेना की तरफ से यहां भर्ती रैली का आयोजन किया जाता है. कोरोना के चलते बीते साल भर्ती रैली नहीं हो पाई थी. ऐसे में इस बार 20 अप्रैल से 15 मई तक मीणापुरा स्थित आरएसी ग्राउंड में सेना भर्ती का आयोजन रखा गया है. 31 मार्च तक 56 हजार 771 युवाओं ने भर्ती में शामिल होने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करा लिया है. भर्ती में शामिल होने के लिए 6 अप्रैल तक युवा अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.
पढ़ें: Special: नहीं सुन रही सरकार, नौकरी छोड़ सड़कों पर रेहड़ी लगाने को मजबूर होमगार्ड के जवान
अलवर की सेना भर्ती देश की बड़ी सेना भर्तियों में से एक है. सेना के अधिकारी के मुताबिक सेना भर्ती में अलवर के अलावा भरतपुर, धौलपुर, करौली, दोसा, सवाई माधोपुर के युवा भी शामिल होते हैं. पहली बार सेना भर्ती अलवर शहर से दूर मीणापुरा स्थित आरएसी ट्रेनिंग सेंटर में होगी. इससे पहले सेना भर्ती का आयोजन जिले के इंदिरा गांधी स्टेडियम में किया जाता था. शहर के बीच में सेना भर्ती होने के कारण शहरवासियों को परेशानी होती थी. कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए प्रशासन व सेना के अधिकारियों की तरफ से सेना भर्ती आरएसी के ग्राउंड में करने का फैसला लिया गया.
सेना व प्रशासनिक अधिकारियों की तरफ से इस को मंजूरी दे दी गई है. सुबह 4 बजे के आसपास सेना भर्ती की दौड़ प्रक्रिया शुरू होती है. इसके लिए देर रात 2 बजे के बाद युवाओं का लाइन में लगने का सिलसिला शुरू हो जाता है. 200 युवाओं के बेस बनाकर उनको भर्ती में शामिल किया जाता है. सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले युवाओं को आगे की प्रक्रिया में भेजा जाता है. जबकि अन्य को भर्ती से बाहर कर दिया जाता है.
10 से अधिक डिफेंस एकेडमी है
अलवर में 10 से अधिक डिफेंस एकेडमी हैं जिनमें बड़ी संख्या में युवा पढ़ाई कर रहे हैं. इसके अलावा छोटे-छोटे तमाम गांवों में भी युवा सेना भर्ती की तैयारी करते हैं. रोजाना सुबह वह दौड़ लगाते हैं, अभ्यास करते हैं. सेना भर्ती के अनुसार तय मानकों को पूरा करते हैं. अलवर के बहरोड़, नीमराना, बानसूर, मुंडावर क्षेत्र सैनिकों के लिए खास स्थान रखता है. यहां के गांव में सैनिकों की भरमार है. ऐसे में अलवर में साल में दो बार सेना भर्ती का आयोजन करने की योजना बनाई जा रही है. साथ ही सेना के अधिकारियों की माने तो अलवर में भर्ती मुख्यालय भी जल्द ही खोला जाएगा.
पढ़ें: Special: भूमि संबंधित विवादों का राजस्थान पुलिस इस तरह से करती है समाधान
कोविड रिपोर्ट लानी होगी साथ
सेना भर्ती रैली में भाग लेने के लिए अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र के साथ कोविड जांच रिपोर्ट साथ लानी होगी. रिपोर्ट नेगेटिव होने पर ही युवा को सेना भर्ती में शामिल होने दिया जाएगा. मीणापुरा स्थित आरएसी ट्रेनिंग सेंटर में अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, दोसा, सवाई माधोपुर जिलों की सेना भर्ती होगी. प्रशासन की तरफ से इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई है.
अतिरिक्त बसों की होगी व्यवस्था
सेना भर्ती में शामिल होने के लिए युवाओं के लिए अलग से बसें लगाई जाएंगी. रोडवेज की ओर से निजी बसों की व्यवस्था कर दी गई है. अभ्यर्थी जिस बस से भर्ती में शामिल होने के लिए जाएंगे, उसी बस से उन्हें वापस लौटना होगा, ताकि किसी भी तरह की अफरातफरी न हो.
70 हजार से ज्यादा युवा लेते हैं हिस्सा
सेना भर्ती में शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में युवा आते हैं. इस बार भी हजारों अभ्यर्थी आ रहे हैं. इन युवाओं के रुकने के लिए व्यवस्थाएं भी कराई जा रहीं हैं. इसके लिए रैन बसेरा, लाइट-पानी के साथ ही दौड़ने के लिए ट्रैक ठीक कराया जा रहा है. साथ ही भोजन की व्यवस्था भी प्रशासन की तरफ से की जाएगी. अलवर सहित आसपास के 6 जिलों के हजारों की संख्या में युवा 20 अप्रैल से 15 मई तक प्रतिदिन इस भर्ती में शामिल होंगे.
क्या रहती है प्रकिया
सेना भर्ती की योग्यता आवेदन के समय ही अभ्यर्थी को मिल जाती है. सबसे पहले अभ्यर्थी की दौड़ होती है. दौड़ में हजारों युवा आते हैं. 200 युवाओं के बीच बनाकर उनको दौड़ाया जाता है. दौड़ के बाद सफल अभ्यर्थियों की मेडिकल परीक्षा होती है. अंत में लिखित परीक्षा का आयोजन किया जाता है. इसके बाद सेना की ओर से भर्ती का परिणाम जारी किया जाता है.
पहली बार शहर से दूर हो रही भर्ती प्रक्रिया
हर साल अलवर के इंदिरा गांधी स्टेडियम में भर्ती प्रक्रिया का आयोजन किया जाता है. लेकिन इस साल कोरोना के चलते मीणा पुरा स्थित आरएसी ट्रेनिंग सेंटर में सेना भर्ती का आयोजन किया जाएगा. 20 अप्रैल से 15 मई तक सेना भर्ती चलेगी. बीते साल कोरोना के चलते सेना भर्ती का आयोजन नहीं हुआ था.