अलवर. शहर के समीप मदन पुरी गांव में पिछले 5 साल से पानी की समस्या है. ऐसे में इस समस्या से जूझ रही महिलाओं ने शनिवार को शहर के मोती डूंगरी स्थित श्रम मंत्री टीकाराम जूली के कार्यालय पहुंची, लेकिन मंत्री के नहीं होने से नाराज महिलाओं ने कार्यालय पर हंगामा किया और मटका फोड़कर प्रदर्शन किया.
इसके बाद कार्यालय के सामने सड़क पर जाम लगा दिया. महिलाओं के प्रदर्शन से परेशान कांग्रेसी नेताओं ने पुलिस को सूचना दी. इसके बाद अरावली विहार थाना पुलिस मौके पर पहुंची और महिलाओं को समस्या का समाधान के लिए उच्च अधिकारियों को मामले से अवगत कराने का आश्वासन देकर जाम खुलवाया.
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महिलाओं का आरोप है कि उन्हें पिछले 5 साल से पानी की किल्लत से जूझना पड़ रहा है और यदि समस्या को लेकर कलेक्ट्रेट या मंत्री के कार्यालय पर आते हैं, तो वहां से भगा दिया जाता है.
महिलाओं ने कहा कि कोरोना वायरस बीमारी से मरे या ना मरे, लेकिन पानी नहीं मिला तो जरूर मर जाएंगे. गांव में उन्हें पानी नहीं भरने दिया जाता है. इसलिए खेतों में से 2 किलोमीटर दूर पानी भरकर लाना पड़ता है. मदन पुरी गांव की महिला इससे पूर्व जलदाय विभाग और जिला कलेक्टर के पास भी शिकायत लेकर चक्कर काट चुकी है.
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लेकिन कहीं पर भी सुनवाई नहीं होने पर श्रम मंत्री जूली के दफ्तर में शनिवार को पहुंची थी. लेकिन जब मंत्री नहीं मिला तो उनका सब्र का बांध टूट गया और मंत्री की गरम जूली के कार्यालय में मटका फोड़ कर प्रदर्शन किया और महिलाओं ने सड़क पर जाम लगा दिया. बता दें कि अलवर शहर और आसपास के क्षेत्र में पानी की समस्या विकराल रूप ले चुकी है. लेकिन करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद पानी की समस्या का हल नहीं हो पा रहा है.