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17 करोड़ की लागत से बनी पानी की टंकी, 8 साल का इंतजार फिर भी 20 हजार लोग प्यासे

अलवर में 8 साल बाद लोगों को पानी की टंकी से पानी का सप्लाई किया गया. शहर में 17 करोड़ रुपए की लागत से पानी की टंकी बनाई गई थी. जिसको लेकर जलदाय विभाग की लापरवाही सामने आई है. इन टंकियों से 8 साल बाद लोगों के घरों तक पानी पहुंचाया गया, उसके बाद फिर से पानी की टंकी की हालत खराब हो रही है. जिसको लेकर आम जनता परेशान है.

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Published : Jul 23, 2020, 7:36 AM IST

राजस्थान न्यूज, alwar news
8 साल बाद टंकी में चढ़ा पानी फिर से हालत हुई खराब

अलवर. शहर में जलदाय विभाग के हालात किस कदर खराब हैं इसका जीता जागता उदाहरण हाल ही में देखने को मिला. शहर के प्रताप स्कूल में करोड़ों रुपए की लागत से बनी पानी की टंकी में 8 साल बाद पानी पहुंचा है. इस टंकी से करीब 20 हजार घर जुड़े हुए हैं. जो लंबे समय से पानी के लिए परेशान हो रहे थे. 12 जुलाई को जलदाय विभाग ने इस टंकी में पानी भरा और उसके बाद पूरे क्षेत्र को पानी सप्लाई किया गया, लेकिन उसके बाद से फिर हालात खराब है.

8 साल बाद टंकी में चढ़ा पानी फिर से हालत हुई खराब

अलवर में आम जनता का पैसा बर्बाद हो रहा है. लोगों को बेहतर पानी सप्लाई का दावा करने वाले जलदाय विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. योजनाओं के नाम पर आए दिन नए ट्यूबवेल खोदे जाते हैं और नई टंकियों का भी निर्माण होता है. इन सब में आम जनता की गाढ़ी मेहनत की कमाई लगती है.

पढ़ें- बहरोड़: 3 हजार की रिश्वत लेते पटवारी को ACB ने किया गिरफ्तार

8 साल बाद मिला लोगों को टंकी का फायदा

बता दें कि 8 साल पहले शहर के बीचों बीच प्रताप स्कूल में एक उच्च जलाशय का निर्माण हुआ था. इस टंकी के निर्माण में करीब 17 करोड़ रुपए खर्च हुए. टंकी निर्माण के बाद से आज तक इसमें पानी नहीं पहुंचा. स्थानीय पार्षदों के प्रयासों से पहली बार 12 जुलाई को जलदाय विभाग ने इस पानी की टंकी में पानी भरा. इस टंकी से पांच वार्ड जुड़े हुए हैं. वार्ड नंबर 21, 22, 25, 26 और 28 में रहने वाले करीब 20 हजार लोग सालों से पानी के लिए परेशान हो रहे हैं. टंकी निर्माण के समय जलदाय विभाग के अधिकारियों ने बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन 8 साल तक आम जनता को इस टंकी का फायदा नहीं हुआ.

वहीं, टंकी से जुड़े हुए चित्र में पानी सप्लाई हुआ पहले दिन चित्र में 1 घंटे पानी सप्लाई हुआ, लेकिन उसके बाद से लगातार समय में कटौती हो रही है. अब प्रतिदिन 20 से 22 मिनट पानी सप्लाई किया जा रहा है. इसके अलावा प्रतिदिन टंकी भी नहीं भरी जाती है. ऐसे में फिर से हजारों लोग परेशान हो रहे हैं.

लोगों को मिल रहा 20 मिनट पानी

इस संबंध में स्थानीय पार्षदों ने कहा कि टंकी 8 साल से बंद थी. टंकी की हालत जर्जर हो रही थी. ऐसे में लंबे समय के प्रयास के बाद इस टंकी में पानी भरा गया, लेकिन उसके बाद से हर बार हालात खराब हो रहे हैं. अब लोगों को कभी-कभी 20 मिनट ही पानी सप्लाई किया जा रहा है. लोग और पार्षद लगातार जलदाय विभाग के कार्यालय में चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं है.

पढ़ें- अलवर में कोरोना विस्फोट, एक दिन में सामने आए 180 नए पॉजिटिव मरीज

पार्षदों ने कहा कि 17 करोड़ रुपए की लागत से टंकी का निर्माण हुआ, लेकिन जलदाय विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के कारण आम जनता का पैसा खराब हो रहा है. जनता को टंकी का फायदा नहीं मिल रहा है. इस टंकी से करीब 5 वार्ड में रहने वाले हजारों लोग जुड़े हुए हैं. कई वार्ड तो ऐसे हैं जिनमें पानी के कोई इंतजाम नहीं है. ऐसे में इन वार्डों में लोगों को ज्यादा परेशानी हो रही है.

हालांकि पार्षद और स्थानीय लोग लगातार टंकी में पानी भरने और बेहतर पानी सप्लाई की मांग कर रहे हैं, लेकिन ऐसे में साफ है की आम जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा किस तरह से खराब हो रहा है. इस तरह के हालात अन्य जगह में भी देखने को मिलते हैं. अलवर शहर में कई ऐसी पानी की टंकी है, जो बनकर तैयार है, लेकिन पानी नहीं होने के कारण यह टंकी खाली रहती है.

अलवर. शहर में जलदाय विभाग के हालात किस कदर खराब हैं इसका जीता जागता उदाहरण हाल ही में देखने को मिला. शहर के प्रताप स्कूल में करोड़ों रुपए की लागत से बनी पानी की टंकी में 8 साल बाद पानी पहुंचा है. इस टंकी से करीब 20 हजार घर जुड़े हुए हैं. जो लंबे समय से पानी के लिए परेशान हो रहे थे. 12 जुलाई को जलदाय विभाग ने इस टंकी में पानी भरा और उसके बाद पूरे क्षेत्र को पानी सप्लाई किया गया, लेकिन उसके बाद से फिर हालात खराब है.

8 साल बाद टंकी में चढ़ा पानी फिर से हालत हुई खराब

अलवर में आम जनता का पैसा बर्बाद हो रहा है. लोगों को बेहतर पानी सप्लाई का दावा करने वाले जलदाय विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. योजनाओं के नाम पर आए दिन नए ट्यूबवेल खोदे जाते हैं और नई टंकियों का भी निर्माण होता है. इन सब में आम जनता की गाढ़ी मेहनत की कमाई लगती है.

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8 साल बाद मिला लोगों को टंकी का फायदा

बता दें कि 8 साल पहले शहर के बीचों बीच प्रताप स्कूल में एक उच्च जलाशय का निर्माण हुआ था. इस टंकी के निर्माण में करीब 17 करोड़ रुपए खर्च हुए. टंकी निर्माण के बाद से आज तक इसमें पानी नहीं पहुंचा. स्थानीय पार्षदों के प्रयासों से पहली बार 12 जुलाई को जलदाय विभाग ने इस पानी की टंकी में पानी भरा. इस टंकी से पांच वार्ड जुड़े हुए हैं. वार्ड नंबर 21, 22, 25, 26 और 28 में रहने वाले करीब 20 हजार लोग सालों से पानी के लिए परेशान हो रहे हैं. टंकी निर्माण के समय जलदाय विभाग के अधिकारियों ने बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन 8 साल तक आम जनता को इस टंकी का फायदा नहीं हुआ.

वहीं, टंकी से जुड़े हुए चित्र में पानी सप्लाई हुआ पहले दिन चित्र में 1 घंटे पानी सप्लाई हुआ, लेकिन उसके बाद से लगातार समय में कटौती हो रही है. अब प्रतिदिन 20 से 22 मिनट पानी सप्लाई किया जा रहा है. इसके अलावा प्रतिदिन टंकी भी नहीं भरी जाती है. ऐसे में फिर से हजारों लोग परेशान हो रहे हैं.

लोगों को मिल रहा 20 मिनट पानी

इस संबंध में स्थानीय पार्षदों ने कहा कि टंकी 8 साल से बंद थी. टंकी की हालत जर्जर हो रही थी. ऐसे में लंबे समय के प्रयास के बाद इस टंकी में पानी भरा गया, लेकिन उसके बाद से हर बार हालात खराब हो रहे हैं. अब लोगों को कभी-कभी 20 मिनट ही पानी सप्लाई किया जा रहा है. लोग और पार्षद लगातार जलदाय विभाग के कार्यालय में चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं है.

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पार्षदों ने कहा कि 17 करोड़ रुपए की लागत से टंकी का निर्माण हुआ, लेकिन जलदाय विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के कारण आम जनता का पैसा खराब हो रहा है. जनता को टंकी का फायदा नहीं मिल रहा है. इस टंकी से करीब 5 वार्ड में रहने वाले हजारों लोग जुड़े हुए हैं. कई वार्ड तो ऐसे हैं जिनमें पानी के कोई इंतजाम नहीं है. ऐसे में इन वार्डों में लोगों को ज्यादा परेशानी हो रही है.

हालांकि पार्षद और स्थानीय लोग लगातार टंकी में पानी भरने और बेहतर पानी सप्लाई की मांग कर रहे हैं, लेकिन ऐसे में साफ है की आम जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा किस तरह से खराब हो रहा है. इस तरह के हालात अन्य जगह में भी देखने को मिलते हैं. अलवर शहर में कई ऐसी पानी की टंकी है, जो बनकर तैयार है, लेकिन पानी नहीं होने के कारण यह टंकी खाली रहती है.

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