अलवर. जयपुर के बाद जनसंख्या घनत्व के हिसाब से अलवर दूसरा बड़ा जिला है, जहां लाखों प्रवासी काम करते हैं. इसके अलावा सीमावर्ती जिला होने के कारण लोगों की आवाजाही ज्यादा रहती है. ऐसे में जिले के हालात को देखते हुए सरकार ने अलवर में जल्द से जल्द कोरोना जांच लैब शुरू करने के निर्देश दिए हैं. लेकिन अभी तक अलवर में कोरोना जांच के लिए लैब शुरू नहीं हुई है.
हालांकि, नियमों के हिसाब से लैब के भवन का काम शुरू हो चुका है. अस्पताल के पास धर्मशाला भवन को लैब के रूप में डेवलप किया जा रहा है. डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ को इस संबंध में ट्रेनिंग दी जा रही है और जल्द ही लैब में मशीनें पहुंचने की उम्मीद है. उसके बाद मशीनों को इंस्टॉल करने सहित कई जरूरी काम किए जाएंगे.
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वहीं, इन सब के बावजूद भी लैब शुरू होने में अभी एक माह का समय लग सकता है. अलवर के 900 से अधिक सैंपल जयपुर की जांच लैब में पेंडिंग हैं. अलवर के सैंपल की जांच जयपुर के एसएमएस अस्पताल स्थित लैब में होती है. नियमों के हिसाब से अलवर की लैब के लिए पर्याप्त स्टाफ नहीं हैं.
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इसके अलावा अन्य डॉक्टर और संसाधन जुटाने में भी समय लग रहा है. लैब शुरू होने से अलवर को खासा फायदा होगा और तुरंत अलवर में ही कोरोना संदिग्ध मरीजों की जांच हो सकेगी. जिसके बाद उनका इलाज जल्द से जल्द शुरू हो सकेगा.