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अलवर : पालना गृह में बच्चे को छोड़कर चले गए परिजन, सांस लेने में बच्चे को हो रही परेशानी - अलवर में लावारिस बच्चे

अलवर के पालना गृह में शुक्रवार दोपहर कोई व्यक्ति एक बच्चे को छोड़कर चला गया. पालने की घंटी बजते ही जनाना अस्पताल का स्टाफ मौके पर पहुंचा और बच्चे को अपने कब्जे में लेकर एफबीएनसी में भर्ती कराया. बच्चे को सांस लेने में परेशानी है, फिलहाल उसका इलाज चल रहा है.

पालना गृह में बच्चा, Alwar News
अलवर के पालना गृह में मिला बच्चा
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Published : Jun 13, 2020, 3:20 AM IST

अलवर. जिले में लगातार लावारिस बच्चों के मिलने का सिलसिला जारी है. पालना गृह में मई माह में एक बच्ची मिली थी. वहीं, शुक्रवार को एक बार फिर पालना गृह में बच्चा मिला है. दोपहर के वक्त कोई व्यक्ति उसे पालना गृह में छोड़कर चला गया.

दोपहर 3 बजे के आस-पास जब अचानक पालना गृह की घंटी बजी तो पालना गृह और जनाना अस्पताल का स्टाफ मौके पर पहुंचा. अस्पताल के स्टाफ को पालने में एक बच्चा लेटा मिला. अस्पताल के स्टाफ ने फौरन उसे अपने कब्जे में लेकर एफबीएनसी वार्ड में भर्ती कराया.

अलवर के पालना गृह में मिला बच्चा

वार्ड में डॉक्टर ने तुरंत बच्चे को चेक किया. बच्चे को सांस लेने में परेशानी हो रही थी. इस पर उसे ऑक्सीजन लगाया गय. डॉक्टर राशि कौशिक ने बताया कि बच्चे को सांस लेने में परेशानी हो रही है. उसका इलाज शुरू कर दिया गया है. साथ ही बच्चे की जानकारी अस्पताल प्रशासन और जिला प्रशासन को दे दी गई है.

पढ़ें: खाद्य सुरक्षा कानून की पालना नहीं होने पर हाईकोर्ट ने सरकार से मांगा जवाब

गौरतलब है कि जिले में लावारिस मिलने वाले बच्चों को प्रशासन की ओर से मदर टेरेसा होम में शिफ्ट किया जाता है. उसके बाद उन बच्चों को गोद देने की प्रक्रिया शुरू होती है. लेकिन, इस प्रक्रिया में काफी समय लगता है. इसलिए बच्चे मदर टेरेसा होम में सरकारी सिस्टम की देखरेख में रहते हैं. पालना गृह में मई माह में जो बच्ची मिली थी, उसे भी मदर टेरेसा होम में शिफ्ट कर दिया गया है.

साथ ही बता दें कि बीते वर्षों की तुलना में इस वर्ष झाड़ियों और नालों में मिलने वाले बच्चों की संख्या में कमी आई है. वहीं, ऐसे मामलों को लेकर प्रशासन की तरफ से लगातार लोगों को जागरूक किया जाता है.

अलवर. जिले में लगातार लावारिस बच्चों के मिलने का सिलसिला जारी है. पालना गृह में मई माह में एक बच्ची मिली थी. वहीं, शुक्रवार को एक बार फिर पालना गृह में बच्चा मिला है. दोपहर के वक्त कोई व्यक्ति उसे पालना गृह में छोड़कर चला गया.

दोपहर 3 बजे के आस-पास जब अचानक पालना गृह की घंटी बजी तो पालना गृह और जनाना अस्पताल का स्टाफ मौके पर पहुंचा. अस्पताल के स्टाफ को पालने में एक बच्चा लेटा मिला. अस्पताल के स्टाफ ने फौरन उसे अपने कब्जे में लेकर एफबीएनसी वार्ड में भर्ती कराया.

अलवर के पालना गृह में मिला बच्चा

वार्ड में डॉक्टर ने तुरंत बच्चे को चेक किया. बच्चे को सांस लेने में परेशानी हो रही थी. इस पर उसे ऑक्सीजन लगाया गय. डॉक्टर राशि कौशिक ने बताया कि बच्चे को सांस लेने में परेशानी हो रही है. उसका इलाज शुरू कर दिया गया है. साथ ही बच्चे की जानकारी अस्पताल प्रशासन और जिला प्रशासन को दे दी गई है.

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गौरतलब है कि जिले में लावारिस मिलने वाले बच्चों को प्रशासन की ओर से मदर टेरेसा होम में शिफ्ट किया जाता है. उसके बाद उन बच्चों को गोद देने की प्रक्रिया शुरू होती है. लेकिन, इस प्रक्रिया में काफी समय लगता है. इसलिए बच्चे मदर टेरेसा होम में सरकारी सिस्टम की देखरेख में रहते हैं. पालना गृह में मई माह में जो बच्ची मिली थी, उसे भी मदर टेरेसा होम में शिफ्ट कर दिया गया है.

साथ ही बता दें कि बीते वर्षों की तुलना में इस वर्ष झाड़ियों और नालों में मिलने वाले बच्चों की संख्या में कमी आई है. वहीं, ऐसे मामलों को लेकर प्रशासन की तरफ से लगातार लोगों को जागरूक किया जाता है.

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