अलवर. जिले के मालाखेड़ा की दो बहनों पिछले दो दिनों से ससुराल के बाहर सड़क पर बैठी हुई है. दोनों बहनों को ससुराल वाले घर में नहीं घुसने दे रहे हैं. पीड़िता ने ससुराल पक्ष पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
बता दें, अलवर के मालाखेड़ा थाना क्षेत्र की रहने वाली दो बहनों की शादी कुछ साल पहले हितेश और दिनेश से हुई. शादी के कुछ समय बाद से ससुराल पक्ष के लोग दोनों बहनों के साथ मारपीट करने लगे. साथ ही दहेज में 2 लाख रुपए की मांग करने लगे. मांग पूरी नहीं होने पर दोनों भाइयों ने अपनी पत्नियों को घर से निकाल दिया.
न्याय के लिए पहुंची न्यायालय
इसके बाद पीड़िता न्याय के लिए न्यायालय पहुंची. न्यायालय के आदेश के बाद भी ससुराल पक्ष के लोग उनको घर में नहीं घुसने दे रहे हैं. ऐसे में दोनों बहनें दो दिन से घर के बाहर भूखी बैठी हुई है.
यह है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार मालाखेड़ा के रामदेवा ने अपनी दो बेटी मोनिका और उसकी छोटी बहन की शादी अलवर के विवेकानंद नगर में रहने वाले नरेश कुमार सैनी के दो बेटों हितेश और दिनेश के साथ की. छोटी बेटी को कोई बच्चा नहीं हुआ. इस पर ससुराल पक्ष के लोग उसको ताना देने लगे और दोनों बहनों से अपने मायके से 2 लाख रुपए लाने की मांग करने लगे. पैसे की मांग पूरी नहीं होने पर ससुराल पक्ष के लोगों ने मोनिका और उसकी बहन को घर से निकाल दिया.
समझौता के बाद भी नहीं जाने दे रहे घर
इसके बाद दोनों पीड़िता न्याय के लिए न्यायालय पहुंची. न्यायालय में दिनेश और हितेश ने अपनी पत्नियों को अच्छे से रखने की बात कही. साथ ही इस मामले में समझौता कर लिया. इस पर न्यायालय ने दोनों बहनों को अपने ससुराल में रहने के आदेश दिए, लेकिन उसके बाद भी दोनों को घर में नहीं घुसने दिया.
भूखी-प्यासी सड़क पर बैठी है बहनें
बता दें, दोनों परेशान बहनें दो दिन से अपने ससुराल के बाहर सड़क पर बैठी हुई है. बड़ी बहन के दो बच्चे हैं. दोनों बच्चों ने दो दिनों से कुछ नहीं खाया है. वहीं, दोनों बहनों का भी रो-रो कर बुरा हाल है. दोनों ने कई बार पुलिस कंट्रोल रूम और अरावली विहार थाना पुलिस को मामले से अवगत कराया गया, लेकिन अभी तक कोई मदद नहीं मिली है.
परिजनों का आरोप
पीड़िता का कहना है कि न्यायालय के आदेश के बाद भी उनको अपने घर में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. पीड़िता के परिजनों ने कहा कि ससुराल पक्ष के लोग दोनों के साथ मारपीट करते हैं. उन्होंने कहा कि दोनों से अपशब्द कहते हैं और दहेज की मांग करते हैं.