अलवर. 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा के बाद किसानों पर कई तरह के आरोप लग रहे हैं. दूसरी तरफ किसान लगातार सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. अलवर के शाहजहांपुर स्थित राजस्थान हरियाणा सीमा पर हजारों की संख्या में किसान तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर विरोध जता रहे हैं.
इन सबके बीच शाहजहांपुर में लगातार शुरुआत से विरोध में शामिल महाराष्ट्र की आदिवासी महिलाओं ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए अपने गीत के माध्यम से केंद्र सरकार तक अपनी बात पहुंचाई. उन्होंने महाराष्ट्र आदिवासी क्षेत्र के लोकगीत वह अपनी स्थानीय भाषा के माध्यम से कहा कि मोदी ने बहला-फुसलाकर उनका पूरे देश का वोट लिया. लेकिन, अब मोदी अपने वादों को पूरा नहीं कर रहा है. इंदिरा की सरकार चली गई है व मोदी की सरकार आई है. मोदी की सरकार आते ही किसान सड़क पर आ गया है.
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उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांग सरकार नहीं मानती, वो लगातार डटे रहेंगे. महिलाओं ने कहा कि सर्दी में 2 माह से किसान परेशान है. अपना घर परिवार छोड़कर यहां आई है. रात को सर्दी में सड़क पर रात गुजारनी पड़ रही है. क्योंकि, सरकार के नए कानून से किसान बर्बाद हो जाएगा. सरकार पूंजीपतियों के हाथ में देश सौंप रही है. लगातार सरकार के फैसले जन विरोधी साबित हो रहे हैं. सरकार को जल्द से जल्द किसानों की बात मानते हुए इन तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए.