अलवर. देश में लगातार बढ़ रहे भ्रष्टाचार, घूसखोरी और टैक्स चोरी की घटनाओं को देखते हुए प्रदेश सरकार के आह्वान पर अलवर सहित पूरे प्रदेश में दांडी मार्च यात्रा निकाली गई. अलवर में शुक्रवार सुबह नगर परिषद से दांडी मार्च यात्रा शुरू हुई, जो शहीद स्मारक पर जाकर समाप्त हुई. इसमें पुलिस, जिला प्रशासन, स्काउट गाइड, एनजीओ, सरकारी स्कूलों के शिक्षक सहित बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया. इस दौरान सभी ने पैदल चलकर गांधी जी को याद किया.
महात्मा गांधी ने अंग्रेजों की ओर से बनाए गए काले कानूनों (नमक कानून) के विरोध में दिनांक 12 मार्च 1930 को साबरमती आश्रम से दांडी गांव तक 24 दिनों का ऐतिहासिक दांडी मार्च निकाला था. जिसको दांडी सत्याग्रह के रूप में जाना जाता है. इस दांडी मार्च को आज 12 मार्च, 2021 के दिन 91 वर्ष पूर्ण हो चुके है. ऐसे में आज अलवर शहर में गांधी जी याद करते हुए एक पैदल मार्च निकाला गया. यह यात्रा 7 बजकर 30 मिनट पर अलवर नगर परिषद में गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कंपनी बाग स्थित शहीद स्थल तक पहुंच कर और माला अर्पण कर समाप्त की गई.
उसके बाद सूचना केंद्र के सामने एक गोष्टी का आयोजन हुआ. कार्यक्रम में अलवर जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया, अलवर जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम, एडीएम सिटी उमेदि लाल मीणा सहित प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे. जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया ने कहा गांधी जी ने किस तरह से सत्याग्रह किया गलत के खिलाफ आवाज उठाई उन्हीं के दिखाए मार्ग पर लोगों को चलना चाहिए, असत्य के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए.
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दूसरी तरफ पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने कहा गांधी जी को याद करते हुए हमें अपने जीवन में बदलाव करना चाहिए. उन्होंने टैक्स के खिलाफ आवाज उठाई. पैदल मार्च किया और उनकी यात्रा आज पूरी दुनिया याद करती है. एसपी ने कहा कि वो कानून विभाग से जुड़ी हुई है. ऐसे में लगातार बढ़ते क्राइम के ग्राफ से सभी लोग चिंतित हैं. लोगों को अपनी जीवनशैली सोच में बदलाव करने की आवश्यकता है.