अलवर. अलवर सहित पूरे प्रदेश में 15 हजार से अधिक कॉमर्शियल वाहनों पर करोड़ों रुपए का टैक्स बकाया चल रहा है. अकेले अलवर में 1200 वाहनों से 3.45 करोड़ रुपए का बकाया चल रहा है. ऐसे में परिवहन विभाग के पास 24 घंटे जांच दल होने के बावजूद विभाग ट्रांसपोर्टरों से पैसे वसूलने में नाकाम साबित हो रहा है.
परिवहन विभाग के आयुक्त और अन्य उच्च अधिकारी कई बार टैक्स वसूलने को लेकर विभाग के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे चुके हैं. लेकिन उसके बाद भी कोई असर नजर नहीं आ रहा है.
प्रदेश में कुल 39 हजार 611 वाहनों से कॉमर्शियल टैक्स वसूला जाता है. इनमें से 15000 से अधिक वाहनों का टैक्स बकाया चल रहा है. अलवर की बात करें तो कुल 6000 वाहनों से टैक्स का संग्रहण किया जाता है. अप्रैल 2020 से अब तक प्रदेश में केवल 24 हजार 611 वाहनों से टैक्स वसूला गया है. मॉनिटरिंग व्यवस्था नहीं होने के कारण अभी भी हजारों की संख्या में वाहन बिना टैक्स के चल रहे हैं.
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परिवहन विभाग टैक्स वसूली में भारी वाहनों के साथ यात्री वाहनों से वसूलने में भी पिछड़ रहा है. अलवर में 273 वाहनों से अभी तक 1.87 करोड़ रुपए की वसूली होना बाकी है. वही अभी तक विभाग को 614 वाहनों से 2.10 करोड़ की वसूली हुई है. अप्रैल 2020 से जून 2020 के दौरान मोटर वाहन टैक्स में छूट प्रदान की गई थी. प्रदेश में इस कैटेगरी के 20 हजार 684 वाहन में से करीब 50 प्रतिशत वाहनों की ओर से टैक्स की राशि जमा कराई गई थी.
परिवहन विभाग पर आए दिन भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं. कई बार परिवहन विभाग में दलालों की सक्रियता के मामले भी सामने आ चुके हैं. लेकिन उसके बाद भी विभाग के उच्च अधिकारियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.