अलवर. लॉकडाउन के दौरान लोगों को समय पर राशन पहुंचाने के लिए सरकार और प्रशासन की तरफ से लगातार दावे किए जा रहे हैं. अलवर शहर में 91 राशन की दुकानें हैं. इन दुकानों पर अंतोदय और बीपीएल 16 हजार कार्ड धारकों को निशुल्क गेहूं मिलता है. लेकिन मंगलवार को जब ईटीवी भारत की टीम अलवर के वार्डों के हालातों का जायजा लेने के लिए पहुंची तो, सरकार के सभी दांवो की पोल खोलती हुई दिखाई दी. इस दौरान जिले के लोग राशन नहीं मिलने के कारण खासे परेशान नजर आए. वहीं, कुछ राशन डीलरों पर भी गड़बड़ी करने के आरेप लग रहे हैं.
बता दें कि, सरकार और प्रशासन की तरफ से लोगों को समय पर गेहूं उपलब्ध कराने के दावे किए जा रहे हैं. सरकार ने 3 महीने का राशन एक साथ उपलब्ध कराने की बात कही है. लेकिन जिले में हालात कुछ अलग नजर आ रहे हैं. जिले के अखेपुरा मोहल्ले में राशन के लिए लोगों को चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. लोगों ने बताया कि, दुकानदार राशन नहीं देता है. जब भी वो राशन लेने के लिए जाते हैं तो, डीलर उनको दूसरी दुकान पर भेज देता है. इसके अलावा राशन देने में भी खासा समय लेता है. कई बार इसके बारे में शिकायत की गई, लेकिन विभाग के अधिकारी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. जिसके कारण आम लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है.
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अलवर में लॉकडाउन के बीच राशन डीलरों पर भी गंभीर आरोप लग रहे हैं. गड़बड़ी करने वाले राशन डीलरों के खिलाफ कार्रवाई करने की जगह विभाग चुपचाप बैठा हुआ है. जिले में राशन की गड़बड़ी का ये पहला मामला नहीं है. इसके अलावा भी प्रतिदिन नए मामले सामने आ रहे हैं. इसका सीधा प्रभाव आम आदमी पर पड़ रहा है. ऐसे में प्रशासन को इस तरफ ध्यान दे कर सख्त कदम उठाने की जरुरत है.