अलवर. जिले में रुक-रुक कर हो रही बारिश का दौर जारी है. बारिश से जहां अलवर के बांधों में पानी की आवक हुई है. वहीं तरफ बारिश के बाद लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली है.
मौसम विभाग की तरफ से अलवर में बेहतर बारिश के आसार जताए गए थे, लेकिन उसकी तुलना में छिटपुट बारिश से काम चलाना पड़ रहा है. अलवर में लंबे समय के इंतजार के बाद बारिश से मौसम सुहावना हुआ. रुक-रुक कर हो रही बारिश के बाद कई बांधों में पानी आया. अलवर के सिलीसेढ़ बांध में 3 इंच पानी की आवक हुई. इसके बाद बांध का जलस्तर बढ़कर 20.10 फिट हो गया. जबकि बांध की भराव क्षमता 28.9 फीट है. इस तरह से मानसरोवर बांध में 2 इंच पानी की आवक हुई. जिससे इस बांध का जलस्तर बढ़कर 10.7 फिट हो गया. इस बांध की भराव क्षमता 21.6 फिट है.
तापमान में दर्ज हुई गिरावट...
वहीं, बारिश के बाद तापमान में भी खासी गिरावट दर्ज की गई है. अलवर का तापमान 5 डिग्री कम हुआ है. ऐसे में लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली है. सिंचाई विभाग के अनुसार तिजारा किशनगढ़ बास में 8, सोडावास में 5, अलवर तहसील में चार, अलवर सिंचाई विभाग के बानसूर राजगढ़ में 3-3 व थानागाजी में 1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. शहर में सुबह से रात तक रुक-रुक कर बारिश होने का दौर जारी है. हालांकि मौसम विभाग की तरफ से अलवर में तेज बारिश की भविष्यवाणी की गई, लेकिन लोगों को रिमझिम बारिश से तसल्ली करनी पड़ी है.
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हालांकि, रिमझिम बारिश के बाद अलवर का मौसम सुहाना हो गया. सभी पर्यटन स्थलों पर लोगों की आवाजाही भी देखी गई. लोग अपने परिजनों के साथ मौसम का आंनद लेते हुए फोटो लेते हुए दिखाई दिए. सभी बांध पर सिंचाई विभाग की तरफ से अस्थाई कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं, जो लगातार पानी के स्तर पर नजर बनाए रखे हैं.
आपको बता दें कि अलवर में 129 बांध है, जिसमें से 22 बांध सिंचाई विभाग के पास है. जबकि अन्य जिला परिषद के पास है. सभी बांध पूरी तरीके से सूखे हुए थे. केवल सिलीसेढ़ बांध में पानी था. इस बार की बारिश में सिंचाई विभाग को खासी उम्मीदें भी थी, लेकिन अभी तक बारिश का स्तर कम होने के कारण जाए पर बांध खाली है.