अलवर. जिले में लॉकडाउन के दौरान प्रशासन और सरकार की अपील के बाद बड़ी संख्या में लोग संस्था एनजीओ सहित सभी आकर जरूरतमंद के लिए खाना में भोजन की व्यवस्था करने में लगे हुए हैं. इन लोगों में अलवर के शिवाजी पार्क सब्जी मंडी के व्यापारी भी शामिल हैं.
प्रशासन के आदेश के बाद मंडी के सभी व्यापारियों का काम पूरी तरीके से ठप हो गया. यह मंडी शहर के अन्य छोटी मंडियों की तरह है. काम बंद होने के बाद भी व्यापारी परेशान नहीं हुए और व्यापारियों ने आगे होकर लोगों की मदद करने का फैसला लिया. लॉकडाउन के बाद से लगातार सभी दुकानदार मिलकर सुबह और शाम 300 से 400 लोगों का खाना तैयार करते हैं और शहर के बाहरी तरफ जरूरतमंद लोगों को बांटते हैं.
खाने के आइटमों की होती है वैरायटी...
इस व्यापारी बताते हैं कि सुबह और शाम दोनों समय अलग खाने के आइटम बनाए जाते हैं. इस दौरान गुणवत्ता का भी खास ध्यान रखा जाता है. हर दिन खाने का अलग सामान होता है. ETV Barat से खास बातचीत में दुकानदारों ने बताया कि वो जरूरतमंद को भोजन देते हैं. जिनके हाथ पैर नहीं है, जो जो लोग विकलांग है या जिन लोगों को असल में खाने की आवश्यकता है. उसके लिए 1 दिन पहले सर्वे करके जगह फाइनल की जाती है. उसके बाद भोजन का वितरण होता है.
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कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए यही कोशिश...
लोगों ने बताया कि वो सुबह 4 बजे से रात 12 बजे तक काम करते हैं. शुरुआत में थोड़ी दिक्कत हुई थी. लेकिन अब लोगों की मदद भी मिलने लगी है. होमगार्ड के सिपाही, पुलिसकर्मी, आसपास के लोग सहित सभी लोग आगे आकर राशन का सामान उपलब्ध करा रहे हैं. इससे खाना बनाने वितरण करने में थोड़ी मदद मिली है. लोगों ने कहा कि जब तक लॉकडाउन जारी रहेगा. उनका यह कोशिश है कि कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहे.