अलवर. शहर के बजाजा बाजार स्थित त्रिपोलिया के पास एक फर्म की ओर से साल 2014 में बैंक से 4 लाख और 9 लाख रुपए का लोन लिया गया था. दो फर्म द्वारा अलग-अलग लोन लिया गया. लेकिन उसमें प्रॉपर्टी बजाजा बाजार स्थित दुकान को दिखाया गया. कई बार बैंक द्वारा समझाने के बाद भी फर्म के संचालक ने लोन की राशि नहीं चुकाई. इस पर बैंक द्वारा शुक्रवार को कार्रवाई करते हुए बजाजा बाजार स्थित फर्म की दुकान को सीज कर दिया.
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दुकान की नीलामी से बैंक अपना नुकसान की करेगी भरपाई
इस मौके पर पुलिस बल भी मौजूद रहा. बैंक मैनेजर अनिल कुमार रहेजा ने बताया कि कई बार फर्म को लोन की किश्त जमा कराने के लिए कहा गया. लेकिन फर्म द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया. तो वहीं लोन की राशि पर अभी ब्याज लगना शेष है. उन्होंने बताया कि तय समय बाद इसकी नीलामी द्वारा बैंक अपना नुकसान की भरपाई करेगी.
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एसबीआई भी कर चुकी है शहर में कार्रवाई
अलवर में बैंक द्वारा प्रॉपर्टी सीज करने की यह पहली कार्रवाई नहीं है. समय-समय पर बैंकों द्वारा इस तरह की कार्रवाई की जाती है. कुछ समय पहले भारतीय स्टेट बैंक की तरफ से बरफ खाना रोड स्थित एक चार पहिया वाहन के शोरूम को सीज किया गया था. शोरूम संचालक द्वारा बैंक से लोन लिया गया. लेकिन लोन की राशि नहीं लौटाई गई. इसके बाद बैंक प्रबंधन ने प्रॉपर्टी को सीज करने की कार्रवाई की थी.