अलवर. जिला प्रशासन की ओर से रविवार को बाजारों के अवकाश में बदलाव किया गया था. जिसके बाद सोमवार को जिला बारबर कला केंद्र समिति की ओर से शहर के हेयर कटिंग सैलून संचालक और कारीगर कलेक्ट्रेट पहुंचे और छुट्टियों के दिन में बदलाव करने की मांग की. समिति की ओर से इस मुद्दे को लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा गया.
समिति के अध्यक्ष और सचिव का कहना है कि उन्होंने जब प्रशासन से सोमवार और मंगलवार का अवकाश रखा था, तो व्यापारियों से बातचीत के बाद ही यह अवकाश तय किया गया था. वहीं इस अवकाश से उन्हें कोई आपत्ति भी नहीं थी, क्योंकि ज्यादातर हेयर कटिंग सैलून में काम छुट्टी के रोज ही होता है. जिसके बाद प्रशासन ने अब शनिवार और रविवार का अवकाश कर दिया. प्रशासन के इस नए फैसले से शहर के हेयर कटिंग वालों के सामने संकट खड़ा हो गया है.
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते जिला प्रशासन ने दुकानों का समय सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक कर दिया है. लेकिन सभी सैलून संचालक चाहते हैं कि बाजार खुलने का समय जिला प्रशासन को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक करना चाहिए. जिससे कि हम लोग अपना सैलून चला सके.
अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना संक्रमण के डर से लोग अभी भी हेयर कटिंग सैलून पर जाने से घबरा रहे हैं. ऊपर से प्रशासन ने शनिवार और रविवार का अवकाश भी रख दिया है. इससे उनका धंधा पूरी तरह चौपट हो जाएगा, क्योंकि लॉकडाउन के दौरान काम बिल्कुल बंद हो गया था.
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जिसके बाद अब गिनती के कुछ लोग सैलून आने भी लगे थे, लेकिन अब वह भी शनिवार और रविवार अवकाश होने से नहीं आ पाएंगे. समिति की ओर से इस मुद्दे को लेकर एक ज्ञापन भी प्रशासन को दिया गया है. इस अवसर पर शहर के करीब 50 हेयर कटिंग सैलूनों के मालिक और कारीगर वहां मौजूद थे.