अलवर. नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर पूरे देश में घमासान मचा हुआ है. कई जगह लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. कुछ राज्यों में हालात ज्यादा ही खराब हो चुके हैं. ऐसे में केंद्र सरकार ने अब प्रत्येक जिले में अपने मंत्रियों को भेजकर लोगों को जागरूक करने का अभियान शुरू किया है. इसके तहत गुरुवार को केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर अलवर पहुंचे. उन्होंने अलवर के सर्किट हाउस में एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया.
प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार लोगों को भ्रमित करने का काम कर रही है. देश में रहने वाले मुसलमान और अन्य लोगों को CAA से किसी तरह का कोई खतरा नहीं है. मंत्री ने सीएए के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि जब देश आजाद हुआ था, उस समय लियाकत समझौते में यह कहा गया था कि दोनों देशों में अल्पसंख्यकों के साथ धर्म के आधार पर अन्याय और अत्याचार नहीं किया जाएगा. उसके तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश व अफगानिस्तान में रहने वाले हिंदू, सिख, ईसाई और पारसी समुदाय के लोगों को वहां बेहतर सुख सुविधाएं मिलनी चाहिए थी, लेकिन सभी देशों में लगातार उन पर अत्याचार किए गए.
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मंत्री ने कहा कि इन लोगों के घरों को तोड़े गए. जबरन उनका धर्म परिवर्तन कराया गया. इससे परेशान होकर वहां रहने वाले लोग भारत आने लगे हैं, लेकिन उन लोगों को अभी तक भारत की नागरिकता नहीं मिली है. ऐसे में भारत के पड़ोसी राज्य में रहने वाले हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, ईसाई, पारसी को भारत की नागरिकता देने का फैसला लिया गया है. इसके अलावा अभी तक नागरिकता में 11 साल तक का समय लगता था. मतलब 11 साल रहने वाले लोग ही नागरिकता के लिए आवेदन कर पाते थे. इस समय सीमा को घटाकर 5 साल कर दिया गया है. इसके अलावा कई अन्य तरह के बदलाव भी लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए किए गए हैं. इन सबके बीच कांग्रेस लगातार लोगों को भड़का रही है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस निराश है. उनके पास सही कहने के लिए कुछ भी नहीं है, इसलिए झूठ और असत्य की राजनीति की जा रही है. 1947 में भारत-पाकिस्तान का बंटवारा धर्म के आधार पर नहीं हुआ होता तो इस विधेयक की आवश्यकता ही नहीं पड़ती. 1947 में एक सभा के दौरान महात्मा गांधी की कही गई बात को दोहराते हुए मंत्री ने कहा कि उन्होंने हिंदू व सिखों को देश में किसी भी समय आने और भारत सरकार को उनको सभी अधिकार देने की बात कही थी. आज देश में कांग्रेस महात्मा गांधी की बातों को भूल कर लोगों को भड़काने का काम कर रही है.
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उन्होंने कहा कि इस देश में रहने वाले मुस्लिमों को इस एक्ट से कोई खतरा नहीं है, जबकि कांग्रेस लगातार लोगों को भड़काने में लगी है कि उनकी नागरिकता समाप्त हो जाएगी. इस देश में सभी समान है और आगे भी सभी समान रहेंगे. केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान व बांग्लादेश मुस्लिम कंट्री है. इसलिए मुसलमानों को इस बिल से नहीं जोड़ा गया है, क्योंकि वहां मुसलमानों को किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं है. उन्होंने कहा कि मुसलमानों को भ्रमित होने की आवश्यकता नहीं है. यह देश जितना औरों का है, इतना ही उनका भी है.