अलवर. दौसा, करौली, अलवर सहित जयपुर के आसपास के जिलों में सरकार की तरफ से गुर्जर आंदोलन को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. सरकार की तरफ से 8 जिलों में रासुका लगाते हुए जिला कलेक्टर को विशेष अधिकार दिए गए हैं. ऐसे में अलवर पुलिस की तरफ से आंदोलन को देखते हुए तैयारी शुरू कर दी गई है. पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने जिले के पुलिस अधिकारियों की एक बैठक लेते हुए सभी थाना अधिकारियों को अपने क्षेत्र में गश्त करने संदिग्ध लोगों पर नजर रखने और प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं.
उन्होंने कहा कि गुर्जर आंदोलन के चलते गुर्जर बाहुल्य क्षेत्रों में लगातार नजर रखी जाए. सरकार की तरफ से कुछ जगहों पर इंटरनेट सेवा भी बंद की गई है. हालांकि अलवर में अभी तक हालात सामान्य है. साथ ही गुर्जर नेताओं पर नजर रखने का काम भी किया जा रहा है. किसी भी तरह की गतिविधि होने पर तुरंत एक्शन लिया जाएगा.
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उन्होंने कहा कि सरकार व प्रशासन की अनुमति के बाद किया जाने वाला कार्यक्रम चाहे वो धरना हो या प्रदर्शन वैध होता है, लेकिन इस समय कोविड की विशेष गाइडलाइन प्रदेश में लागू है. ऐसे में बिना अनुमति के अगर कोई धरना प्रदर्शन किया जाएगा, तो उसको लेकर सख्त कदम उठाए जाएंगे. हालांकि अभी त्यौहार का सीजन चल रहा है. इसमें वैसे भी सरकार की तरफ से कई नई गाइडलाइन जारी की गई है. फिर चाहे पटाखे की बिक्री हो या खाद्य पदार्थों में मिलावट. सभी पर पुलिस की लगातार नजर बनी हुई है. कोई भी व्यक्ति अगर गाइडलाइन के बाहर कोई काम करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे.