अलवर. जिले में बालिका को न्याय दिलवाने का मुद्दा लगातार तूल पकड़ रहा है. पीड़िता के पिता के सामने आने के बाद प्रशासन और जिला कलेक्टर पर गंभीर आरोप लग रहे हैं. अज्ञात लोगों ने जिला कलेक्टर के निवास की दीवारों पर न्याय दिलवाने के स्लोगन लिखे हैं. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
अलवर में बालिका को न्याय दिलवाने के लिए संघर्ष समिति के पदाधिकारी धरना दे रहे हैं. लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. सोमवार को पीड़िता के पिता पहली बार मीडिया के सामने आए. उन्होंने प्रशासन पर गंभीर आरोप (Alwar Victim Girl Father Made Big Revelations) लगाए. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन से डर लगता है, उनको न्याय चाहिए. उन्होंने कहा कि उनकी बेटी के साथ गलत हुआ है. इसी बीच मंगलवार सुबह जिला कलेक्टर निवास के दीवारों पर अलग-अलग तरह के स्लोगन नजर आए. अज्ञात लोगों ने 'सत्ता का दलाल मत बनो प्लॉट नहीं न्याय दो' के स्लोगन लिखे हैं.
बता दें, पीड़िता के पिता ने जिला कलेक्टर पर प्लॉट देने और चुप रहने का दबाव बनाने का आरोप लगाया था. ऐसे में अलवर जिला कलेक्टर पर भाजपा के नेता और कार्यकर्ता हमला बोल रहे हैं और उन पर गंभीर आरोप लगाया जा रहा है. मामले की जानकारी पुलिस को दी गई है. पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
दरअसल, अलवर की रहने वाली बालिका 11 जनवरी को अलवर शहर के तिजारा फाटक ओवरब्रिज पर रात 7 बजकर 30 मिनट पर जख्मी पड़ी हुई मिली. उसके गुप्तांगों पर चोट थी व लगातार बिल्डिंग हो रही थी. इस मामले में शुरुआती जांच पड़ताल के बाद (Police Investigation in Alwar Case) पुलिस ने रेप व गैंग रेप की बात कही. मामले ने तूल पकड़ा, पूरे देश में यह घटना चर्चा का विषय बनी. सरकार के दबाव में पुलिस ने यू-टर्न लिया और पुलिस पहले हादसा बाद व हिट एंड रन से जोड़कर इस पूरे मामले को देख रही है.
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हालांकि, हाल ही में एफएसएल रिपोर्ट में बालिका के कपड़ों पर सीमन मिलने की पुष्टि हुई. इसके बाद सरकार की किरकिरी हुई व सरकार पर कई गंभीर आरोप लगे. पीड़िता को न्याय दिलवाने के लिए अलवर में सैकड़ों लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी बीच पीड़िता के पिता सोमवार को मीडिया के सामने आए और उन्होंने कई बड़े (Alwar Victim Girl Father Made Big Revelations) खुलासे किए.