अलवर. कोरोना के चलते अलवर सहित पूरे देश में मार्च माह से स्कूल बंद है. ऐसे में लगातार अभिभावकों द्वारा फीस माफ करने की मांग की जा रही है. दूसरी तरफ पूरे प्रदेश में कई जगह स्कूल प्रबंधन के खिलाफ अभिभावक प्रदर्शन कर रहे हैं. स्कूल प्रबंधन द्वारा ऑनलाइन क्लास चलाई जा रही है. ऐसे में स्कूल प्रशासन स्कूल के स्टाफ को वेतन देने और अन्य खर्चे बहन करने की बात कह रहा है.
अभिभावकों का कहना है कि कोरोना के चलते काम-धंधे बंद पड़े है, लोगों की नौकरियां जा रही है. इसलिए स्कूल संचालकों को फीस माफ करनी चाहिए. ऐसे में आए दिन स्कूलों में प्रदर्शन हो रहे हैं. शनिवार को अलवर के जयपुर मार्ग स्थित एक निजी स्कूल में अभिभावकों ने प्रदर्शन किया और स्कूल प्रबंधन के सामने अपनी समस्या रखी.
बता दें कि अभिभावक लगातार 30 माफ करने की मांग कर रहे थे. वहीं, स्कूल प्रबंधन द्वारा अभिभावकों को समझाया गया. स्कूल प्रबंधन ने कहा कि वो स्टाफ को वेतन दे रहे हैं. उन्होंने किसी भी स्टाफ को नौकरी से नहीं निकाला है. बिना स्कूल फीस मिले, वह कैसे आगे स्कूल का संचालन करेंगे.
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स्कूल संचालक ने कहा कि अभिभावकों से केवल ट्यूशन फीस ली जा रही है. फीस को लेकर न्यायालय में मामला चल रहा है. सरकार और न्यायालय का जो आदेश होगा, उसका पूरा पालन किया जाएगा. इसके अलावा अगर किसी अभिभावक को कोई परेशानी है. वे सीधे आकर स्कूल प्रबंधन से मिल सकता है. उसकी समस्या का समाधान किया जाएगा और उसको राहत पहुंचाई जाएगी.
स्कूल संचालक ने कहा कि उन्होंने अभी तक किसी भी कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकाला है. उनके कर्मचारियों को खासी परेशानी हो रही है. इसलिए अभिभावकों से फीस ली जा रही है. वहीं, किसी भी अभिभावक पर फीस देने का दबाव नहीं बनाया गया है. कुछ लोग विवाद बनाने के लिए इस तरह की गड़बड़ी कर रहे हैं. किसी भी बच्चे को फीस जमा नहीं होने के कारण स्कूल से नहीं निकाला गया है.