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Sariska Tiger Reserve : बाघिन ST-10 की शावक का हुआ नामकरण, अब इस नाम से जाना जाएगा - cub of tigress st10

सरिस्का (Sariska Tiger Reserve) की बाघिन ST-10 का प्रशासन की तरफ से सोमवार को नामकरण किया गया है. शावक (Cub) ने बीते दिनों अपनी मां से अलग होकर खुद की टेरिटरी बनाई है. ऐसे में प्रशासन की तरफ से शावक को नया नाम दिया गया है.

Sariska Tiger Reserve
सरिस्का की बाघिन ST-10 की शावक का हुआ नामकरण
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Published : Aug 2, 2021, 7:08 PM IST

अलवर. सरिस्का की बाघिन एसटी-10 (Tigress ST-10) की शावक ने एक फीमेल शावक को जन्म दिया. 29 मार्च 2020 को शावक की पहली बार फोटो कैमरा ट्रैप में आई थी. उसके बाद शावक अपनी मां एसटी-10 के साथ था.

बीते दिनों शावक अपनी मां से अलग हो गया. कई दिनों तक शावक सरिस्का की टीम को नहीं मिला. कई दिनों की मशक्कत के बाद सरिस्का की टीम को शावक के पगमार्क मिले. ऐसे में सरिस्का प्रशासन की तरफ से शावक का नामकरण किया गया है. शावक की उम्र एक साल 5 माह हो चुकी है. यहां आने वाले पर्यटकों को अब ST-22 के भी दीदार हो सकेंगे. ST-22 की मूवमेंट सरिस्का क्षेत्र में लगातार बढ़ रही है.

पढ़ें : 100 करोड़ रुपये के फर्जी बिलों से टैक्स चोरी का मास्टरमाइंड दबोचा, 6 से अधिक राज्यों में फैला है नेटवर्क

ST-10 के फीमेल शावक को ST-22 नाम दिया गया है. सरिस्का में अब 23 बाघ-बाघिन हैं. सरिस्का प्रशासन की तरफ से लगातार सभी बाघों की मॉनिटरिंग की जा रही है. इन पर 24 घंटे एक नजर रखने के लिए टीम लगाई गई है. साथ ही कैमरा ट्रैपिंग के माध्यम से भी सभी बाघों पर नजर रखी जा रही है. कैमरा ट्रैपिंग की मदद से बाघिन एसटी-22 की फोटो व वीडियो सरिस्का प्रशासन की तरफ से जारी की गई है.

सरिस्का में आने वाले पर्यटकों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. वन्यजीवों के लिए सरिस्का में पानी व खाने के पर्याप्त इंतजाम हैं. साथ ही सरिस्का प्रशासन की तरफ से सरिस्का के जंगल क्षेत्र में बसे गांवों को भी विस्थापित किया जा रहा है. ऐसे में बाघ व अन्य वन्यजीवों को घूमने के लिए खुला क्षेत्र मिल रहा है.

अलवर. सरिस्का की बाघिन एसटी-10 (Tigress ST-10) की शावक ने एक फीमेल शावक को जन्म दिया. 29 मार्च 2020 को शावक की पहली बार फोटो कैमरा ट्रैप में आई थी. उसके बाद शावक अपनी मां एसटी-10 के साथ था.

बीते दिनों शावक अपनी मां से अलग हो गया. कई दिनों तक शावक सरिस्का की टीम को नहीं मिला. कई दिनों की मशक्कत के बाद सरिस्का की टीम को शावक के पगमार्क मिले. ऐसे में सरिस्का प्रशासन की तरफ से शावक का नामकरण किया गया है. शावक की उम्र एक साल 5 माह हो चुकी है. यहां आने वाले पर्यटकों को अब ST-22 के भी दीदार हो सकेंगे. ST-22 की मूवमेंट सरिस्का क्षेत्र में लगातार बढ़ रही है.

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ST-10 के फीमेल शावक को ST-22 नाम दिया गया है. सरिस्का में अब 23 बाघ-बाघिन हैं. सरिस्का प्रशासन की तरफ से लगातार सभी बाघों की मॉनिटरिंग की जा रही है. इन पर 24 घंटे एक नजर रखने के लिए टीम लगाई गई है. साथ ही कैमरा ट्रैपिंग के माध्यम से भी सभी बाघों पर नजर रखी जा रही है. कैमरा ट्रैपिंग की मदद से बाघिन एसटी-22 की फोटो व वीडियो सरिस्का प्रशासन की तरफ से जारी की गई है.

सरिस्का में आने वाले पर्यटकों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. वन्यजीवों के लिए सरिस्का में पानी व खाने के पर्याप्त इंतजाम हैं. साथ ही सरिस्का प्रशासन की तरफ से सरिस्का के जंगल क्षेत्र में बसे गांवों को भी विस्थापित किया जा रहा है. ऐसे में बाघ व अन्य वन्यजीवों को घूमने के लिए खुला क्षेत्र मिल रहा है.

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