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गीतानंद शिशु अस्पताल: चिकित्सा कर्मियों और नर्सिंग कर्मियों का हड़ताल छठवें दिन भी जारी

अलवर में डॉक्टर और नर्सिंगकर्मियों का हड़ताल छठवें दिन भी जारी रहा. बुधवार को डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों ने 3 घंटे का कार्य बहिष्कार किया. डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों के कार्य बहिष्कार के चलते मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है

चिकित्सा कर्मियों का कार्य बहिष्कार ,alwar news
चिकित्सा कर्मियों और नर्सिंग कर्मियों का हड़ताल छठवें दिन भी जारी
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Published : Jan 8, 2020, 11:38 PM IST

अलवर. जिले में डॉक्टर और नर्सिंगकर्मियों का हड़ताल छठवें दिन भी जारी रहा. बुधवार को डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों ने 3 घंटे का कार्य बहिष्कार किया. डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों के कार्य बहिष्कार के चलते मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कार्य बहिष्कार के कारण इमरजेंसी में मरीजों की लंबी कतार लगी रही. इस दौरान मरीजों को डॉक्टरों के प्रति आक्रोश देखने को मिला.

चिकित्सा कर्मियों और नर्सिंग कर्मियों का हड़ताल छठवें दिन भी जारी

बुजुर्ग पेंशनर कमलेश शर्मा ने बताया कि उसे बीपी शुगर की बीमारी है और हॉस्पिटल में डॉक्टर को दिखाने आया तो पता चला कि डॉक्टर 12 बजे हड़ताल से लौटेंगे. सर्दी के मौसम में किराया भाड़ा लगाकर डॉक्टर को दिखाने आया था. उन्होंने कहा कि डॉक्टर हर बार हड़ताल कर लेते हैं और इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ता है. इसलिए समय रहते हुए राज्य सरकार को डॉक्टर हड़ताल के दौरान वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए, जिससे आम मरीज परेशान नहीं हो.

पढ़ें- गीतानंद शिशु अस्पताल: चिकित्सा कर्मी और नर्सिंग कर्मियों का पांचवे दिन भी कार्य बहिष्कार जारी, बुधवार शाम 5 बजे निकालेंगे कैंडल मार्च

वहीं, इस मामले में डॉ. मोहनलाल सिद्धि ने कहा कि लगातार 6 दिनों से डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों ने 2 घंटे का कार्य बहिष्कार कर रखा है. लेकिन बुधवार से 3 घंटे का कार्य बहिष्कार किया गया. राज्य सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने 2 डॉक्टर सहित 7 कर्मचारियों को निलंबित किया है. इसलिए निलंबित डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों को राज्य सरकार तुरंत प्रभाव से बहाल करे. डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों की हड़ताल में लैब टेक्नीशियन कर्मचारी संघ ने नैतिक रूप से समर्थन दिया है.

हॉस्पिटल पीएमओ सुनील चौहान ने कहा कि हॉस्पिटल में मरीजों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है. डॉक्टर मरीज को ओपीडी में देख रहे हैं. उन्होंने बताया कि बुधवार से 3 घंटे बहिष्कार के मामले को लेकर जिला प्रशासन को अवगत करा दिया गया. इस मामले में जिला प्रशासन ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर उत्तम सिंह शेखावत, सीएमएच ओ पी मीणा को हॉस्पिटल भेजा और डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों से समझाइश का प्रयास किया. लेकिन डॉक्टर और नर्सिंगकर्मी अपनी मांग पर अड़े रहे.

पढ़ें- राजसमंद के आरके अस्पताल में भर्ती महिला ने डॉक्टर पर लगाया मारपीट का आरोप

वहीं, अतिरिक्त जिला कलेक्टर उत्तम सिंह शेखावत ने बताया कि हॉस्पिटल में पिछले 5 दिनों से 2 घंटे का कार्य बहिष्कार चल रहा था. लेकिन डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों ने बुधवार से 1 घंटे की वृद्धि की है. उन्होंने बताया कि डॉक्टर कार्य बहिष्कार को लेकर मरीज परेशान हो रहे हैं. इसको लेकर वार्ता की गई है, जो अभी विचाराधीन है. शेखावत ने बताया कि न्यायिक जांच होने के बाद जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों के बहाली के सवाल में उन्होंने कहा कि बहाली करना विभाग का काम है, उन्होंने किस लेवल पर उनको निलंबित किया है.

अलवर. जिले में डॉक्टर और नर्सिंगकर्मियों का हड़ताल छठवें दिन भी जारी रहा. बुधवार को डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों ने 3 घंटे का कार्य बहिष्कार किया. डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों के कार्य बहिष्कार के चलते मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कार्य बहिष्कार के कारण इमरजेंसी में मरीजों की लंबी कतार लगी रही. इस दौरान मरीजों को डॉक्टरों के प्रति आक्रोश देखने को मिला.

चिकित्सा कर्मियों और नर्सिंग कर्मियों का हड़ताल छठवें दिन भी जारी

बुजुर्ग पेंशनर कमलेश शर्मा ने बताया कि उसे बीपी शुगर की बीमारी है और हॉस्पिटल में डॉक्टर को दिखाने आया तो पता चला कि डॉक्टर 12 बजे हड़ताल से लौटेंगे. सर्दी के मौसम में किराया भाड़ा लगाकर डॉक्टर को दिखाने आया था. उन्होंने कहा कि डॉक्टर हर बार हड़ताल कर लेते हैं और इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ता है. इसलिए समय रहते हुए राज्य सरकार को डॉक्टर हड़ताल के दौरान वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए, जिससे आम मरीज परेशान नहीं हो.

पढ़ें- गीतानंद शिशु अस्पताल: चिकित्सा कर्मी और नर्सिंग कर्मियों का पांचवे दिन भी कार्य बहिष्कार जारी, बुधवार शाम 5 बजे निकालेंगे कैंडल मार्च

वहीं, इस मामले में डॉ. मोहनलाल सिद्धि ने कहा कि लगातार 6 दिनों से डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों ने 2 घंटे का कार्य बहिष्कार कर रखा है. लेकिन बुधवार से 3 घंटे का कार्य बहिष्कार किया गया. राज्य सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने 2 डॉक्टर सहित 7 कर्मचारियों को निलंबित किया है. इसलिए निलंबित डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों को राज्य सरकार तुरंत प्रभाव से बहाल करे. डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों की हड़ताल में लैब टेक्नीशियन कर्मचारी संघ ने नैतिक रूप से समर्थन दिया है.

हॉस्पिटल पीएमओ सुनील चौहान ने कहा कि हॉस्पिटल में मरीजों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है. डॉक्टर मरीज को ओपीडी में देख रहे हैं. उन्होंने बताया कि बुधवार से 3 घंटे बहिष्कार के मामले को लेकर जिला प्रशासन को अवगत करा दिया गया. इस मामले में जिला प्रशासन ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर उत्तम सिंह शेखावत, सीएमएच ओ पी मीणा को हॉस्पिटल भेजा और डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों से समझाइश का प्रयास किया. लेकिन डॉक्टर और नर्सिंगकर्मी अपनी मांग पर अड़े रहे.

पढ़ें- राजसमंद के आरके अस्पताल में भर्ती महिला ने डॉक्टर पर लगाया मारपीट का आरोप

वहीं, अतिरिक्त जिला कलेक्टर उत्तम सिंह शेखावत ने बताया कि हॉस्पिटल में पिछले 5 दिनों से 2 घंटे का कार्य बहिष्कार चल रहा था. लेकिन डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों ने बुधवार से 1 घंटे की वृद्धि की है. उन्होंने बताया कि डॉक्टर कार्य बहिष्कार को लेकर मरीज परेशान हो रहे हैं. इसको लेकर वार्ता की गई है, जो अभी विचाराधीन है. शेखावत ने बताया कि न्यायिक जांच होने के बाद जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों के बहाली के सवाल में उन्होंने कहा कि बहाली करना विभाग का काम है, उन्होंने किस लेवल पर उनको निलंबित किया है.

Intro:अलवर जिले में डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों की हड़ताल छठे दिन भी जारी रही।बुधवार से डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों ने 3 घंटे का कार्य बहिष्कार किया। डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों के कार्य बहिष्कार के चलते मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कार्य बहिष्कार के चलते इमरजेंसी में मरीजों की लंबी कतार लगी रही है। इस दौरान मरीजों को डॉक्टरों के प्रति आक्रोश देखने को मिला।


Body:बुजुर्ग पेंशनर कमलेश शर्मा ने बताया कि मेरे बीपी शुगर की बीमारी है।और हॉस्पिटल में डॉक्टर को दिखाने आया तो पता चला कि डॉक्टर 12 बजे हड़ताल से लौटेंगे। सर्दी के मौसम में किराया भाड़ा लगाकर डॉक्टर को दिखाने आया था। उन्होंने कहा डॉक्टर हर बार हड़ताल कर लेते हैं और इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ता है। इसलिए समय रहते हुए राज्य सरकार को डॉक्टर हड़ताल के दौरान वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए। जिससे आम मरीज परेशान नहीं हो।

वहीं इस मामले में डॉ मोहनलाल सिद्धि ने कहा कि लगातार छह दिनों से डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों ने 2 घंटे का कार्य बहिष्कार कर रखा है। लेकिन बुधवार से 3 घंटे का कार्य बहिष्कार किया गया। राज्य सरकार ने इस और कोई ध्यान नहीं दिया है। राज्य सरकार ने 2 डॉक्टर सहित 7 कर्मचारियों को निलंबित किया। इसलिए निलंबित डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों को राज्य सरकार तुरंत प्रभाव से भाल किया जाए। डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों की हड़ताल में लैब टेक्नीशियन कर्मचारी संघ ने नैतिक रूप से समर्थन दिया है।


हॉस्पिटल पीएमओ सुनील चौहान ने कहा कि हॉस्पिटल में मरीजों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। डॉक्टर मरीज को ओपीडी में देख रहे हैं। आज से 3 घंटे बहिष्कार के मामले को लेकर जिला प्रशासन को अवगत करा दिया गया। इस मामले में जिला प्रशासन ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर उत्तम सिंह शेखावत, सीएमएच ओ पी मीणा को हॉस्पिटल भेजा और डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों से समझाइश का प्रयास किया। लेकिन डॉक्टर, नर्सिंग कर्मी अपनी मांग पर अड़े रहे।

वहीं अतिरिक्त जिला कलेक्टर उत्तम सिंह शेखावत ने बताया कि हॉस्पिटल में पिछले 5 दिनों से 2 घंटे का कार्य बहिष्कार चल रहा था। लेकिन डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों ने बुधवार से 1 घंटे की वृद्धि की है। डॉक्टर कार्य बहिष्कार को लेकर मरीज परेशान हो रहे हैं। इसको लेकर वार्ता की गई है। अभी विचाराधीन है। न्यायिक जांच होने के बाद जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों के बहाली के सवाल में उन्होंने कहा कि बहाली करना विभाग का काम है। उन्होंने किस लेवल पर इन को निलंबित किया है।


Conclusion:बाईट- कमलेश शर्मा मरीज

बाईट-मोहनलाल सिंधी डॉक्टर

बाईट- सुनील चौहान पीएमओ

बाईट- उत्तम सिंह शेखावत अतिरिक्त जिला कलेक्टर अलवर
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