ETV Bharat / city

पूर्वी उत्तर प्रदेश का अलवर से है पुराना नाता, अलवर के केंद्रीय कारागार में बंद हैं UP के कई नामी बदमाश

उत्तर प्रदेश के मोस्ट वांटेड बदमाश विकास दुबे को पकड़ने के लिए यूपी, हरियाणा और राजस्थान की संयुक्त टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं. संयुक्त टीम की तरफ से बुधवार को सुबह फरीदाबाद और उसके आसपास क्षेत्र में कई जगहों पर छापेमारी की गई तो वहीं विकास के कुछ साथियों को भी हथियार के साथ गिरफ्तार किया है. दूसरी तरफ विकास दुबे का नजदीकी साथी को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है.

etv bharat news  crooks of U.P.  encounter in UP  alwar central prison  vikas dubey news  most wanted criminal vikas dubey
पूर्वी उत्तर प्रदेश का अलवर से है पुराना नाता
author img

By

Published : Jul 9, 2020, 4:14 AM IST

अलवर. उत्तर प्रदेश के मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दुबे के लिए अलवर खासा महफूज हो सकता है. दरअसल, पूर्वी उत्तर प्रदेश का अलवर से पुराना नाता रहा है. अलवर के केंद्रीय कारागार में पूर्वी उत्तर प्रदेश की अरशद गैंग के शार्प शूटर और इनामी बदमाश बंद हैं. इस गैंग का कानपुर, गोरखपुर, बनारस, बस्ती और आजमगढ़ सहित आसपास के क्षेत्र में अपराध का वर्चस्व कायम रहा है.

ऐसे में वहां के कई बदमाश और उनके गुर्गों का अलवर में आना-जाना रहता है. अलवर उत्तर प्रदेश का सीमावर्ती जिला है. यहां आने-जाने के दर्जनों रास्ते हैं, जिन पर पुलिस तैनात नहीं रहती है. वहीं उत्तर प्रदेश से अलवर में प्रवेश करने में भी समय भी कम लगता है. ऐसे में विकास दुबे अलवर में आसानी से छिप सकता है.

पूर्वी उत्तर प्रदेश का अलवर से है पुराना नाता

मामले की गंभीरता को देखते हुए राजस्थान पुलिस के डीजी में एसओजी और एटीएस को विशेष सावधानी बरतने व प्रत्येक गतिविधि पर पूरी नजर रखने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा सीमावर्ती जिले अलवर और भरतपुर में पुलिस को अलर्ट पर रहने के लिए कहा है. क्योंकि उत्तर प्रदेश की दोनों जिलों से सीमा लगती है और अलवर व भरतपुर में प्रवेश करना आसान है. दोनों ही जगह पर आने-जाने के दर्जनों कच्चे रास्ते हैं. जहां पर पुलिस की कोई गश्त नहीं होती है.

यह भी पढ़ेंः भिवाड़ी और मेवात में विकास दुबे के छुपने की सूचना, पुलिस पूरी तरह मुस्तैद

पुलिस के मुख्यालय से मिले निर्देश के बाद अलवर में सभी सीमावर्ती क्षेत्रों में पुलिस की तरफ से वाहनों की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है. दूसरी तरफ पुलिस की तरफ से कई जगह पर छापेमारी भी की जा रही है. पुलिस की माने तो किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाएगी. दूसरी तरफ विकास दुबे के लिए अलवर खासा सुरक्षित और महफूज हो सकता है. अलवर का पूर्वी यूपी से खासा पुराना नाता रहा है. अलवर के केंद्रीय कारागार में पूर्वी उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े गैंग अरशद गैंग के बदमाश व शूटर बंद हैं. इनसे मिलने के लिए आए दिन यहां बदमाश और उनके गुरुओं का आने का सिलसिला रहता है. ऐसे में विकास दुबे भी यहां आसानी से छिपकर रह सकता है.

यह भी पढ़ेंः गैंगस्टर विकास दुबे को लेकर राजस्थान SOG अलर्ट, DGP ने दिए निर्देश

हालांकि अलवर पुलिस की तरफ से लगातार सभी वाहनों की सघन जांच पड़ताल की जा रही है. इसके अलावा पुलिस की तरफ से कई जगह पर छापेमारी भी चल रही है. अलवर सीमावर्ती जिला है, इसलिए यहां बदमाशों का आना-जाना भी अन्य जिलों की तुलना में ज्यादा रहता है. पुलिस के आला अधिकारियों की माने तो राजस्थान हरियाणा व उत्तर प्रदेश की संयुक्त टीमें लगातार सीमावर्ती क्षेत्रों में जांच-पड़ताल करने में लगी है. पुलिस विकास दुबे का एनकाउंटर कर सकती है. एनकाउंटर के डर से विकास दुबे लगातार जगह बदल रहा है. ऐसे हालात में मेवात और अलवर विकास दुबे के लिए सुरक्षित व महफूज जगह हो सकती है.

अलवर. उत्तर प्रदेश के मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दुबे के लिए अलवर खासा महफूज हो सकता है. दरअसल, पूर्वी उत्तर प्रदेश का अलवर से पुराना नाता रहा है. अलवर के केंद्रीय कारागार में पूर्वी उत्तर प्रदेश की अरशद गैंग के शार्प शूटर और इनामी बदमाश बंद हैं. इस गैंग का कानपुर, गोरखपुर, बनारस, बस्ती और आजमगढ़ सहित आसपास के क्षेत्र में अपराध का वर्चस्व कायम रहा है.

ऐसे में वहां के कई बदमाश और उनके गुर्गों का अलवर में आना-जाना रहता है. अलवर उत्तर प्रदेश का सीमावर्ती जिला है. यहां आने-जाने के दर्जनों रास्ते हैं, जिन पर पुलिस तैनात नहीं रहती है. वहीं उत्तर प्रदेश से अलवर में प्रवेश करने में भी समय भी कम लगता है. ऐसे में विकास दुबे अलवर में आसानी से छिप सकता है.

पूर्वी उत्तर प्रदेश का अलवर से है पुराना नाता

मामले की गंभीरता को देखते हुए राजस्थान पुलिस के डीजी में एसओजी और एटीएस को विशेष सावधानी बरतने व प्रत्येक गतिविधि पर पूरी नजर रखने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा सीमावर्ती जिले अलवर और भरतपुर में पुलिस को अलर्ट पर रहने के लिए कहा है. क्योंकि उत्तर प्रदेश की दोनों जिलों से सीमा लगती है और अलवर व भरतपुर में प्रवेश करना आसान है. दोनों ही जगह पर आने-जाने के दर्जनों कच्चे रास्ते हैं. जहां पर पुलिस की कोई गश्त नहीं होती है.

यह भी पढ़ेंः भिवाड़ी और मेवात में विकास दुबे के छुपने की सूचना, पुलिस पूरी तरह मुस्तैद

पुलिस के मुख्यालय से मिले निर्देश के बाद अलवर में सभी सीमावर्ती क्षेत्रों में पुलिस की तरफ से वाहनों की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है. दूसरी तरफ पुलिस की तरफ से कई जगह पर छापेमारी भी की जा रही है. पुलिस की माने तो किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाएगी. दूसरी तरफ विकास दुबे के लिए अलवर खासा सुरक्षित और महफूज हो सकता है. अलवर का पूर्वी यूपी से खासा पुराना नाता रहा है. अलवर के केंद्रीय कारागार में पूर्वी उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े गैंग अरशद गैंग के बदमाश व शूटर बंद हैं. इनसे मिलने के लिए आए दिन यहां बदमाश और उनके गुरुओं का आने का सिलसिला रहता है. ऐसे में विकास दुबे भी यहां आसानी से छिपकर रह सकता है.

यह भी पढ़ेंः गैंगस्टर विकास दुबे को लेकर राजस्थान SOG अलर्ट, DGP ने दिए निर्देश

हालांकि अलवर पुलिस की तरफ से लगातार सभी वाहनों की सघन जांच पड़ताल की जा रही है. इसके अलावा पुलिस की तरफ से कई जगह पर छापेमारी भी चल रही है. अलवर सीमावर्ती जिला है, इसलिए यहां बदमाशों का आना-जाना भी अन्य जिलों की तुलना में ज्यादा रहता है. पुलिस के आला अधिकारियों की माने तो राजस्थान हरियाणा व उत्तर प्रदेश की संयुक्त टीमें लगातार सीमावर्ती क्षेत्रों में जांच-पड़ताल करने में लगी है. पुलिस विकास दुबे का एनकाउंटर कर सकती है. एनकाउंटर के डर से विकास दुबे लगातार जगह बदल रहा है. ऐसे हालात में मेवात और अलवर विकास दुबे के लिए सुरक्षित व महफूज जगह हो सकती है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.