अलवर. केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों का भारतीय जीवन बीमा निगम के कर्मचारियों के संयुक्त मोर्चे ने विरोध जताया. गुरुवार को मोती डूंगरी स्थित शाखा कार्यालय अलवर पर श्रम विरोधी नीति एलआईसी में आईपीओ लाने और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के निजीकरण आदि के खिलाफ प्रदर्शन किया. हड़ताल के दौरान मोती डूंगरी स्थित एलआईसी कार्यालय में किसी भी तरह का कामकाज नहीं हुआ.
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भारतीय जीवन बीमा निगम के अलवर जिला अध्यक्ष संजय अरोड़ा ने बताया कि भारतीय जीवन बीमा निगम कर्मचारियों एवं अधिकारियों के संयुक्त मोर्चे के आह्वान पर गुरुवार को शाखा कार्यालय अलवर के प्रांगण में सरकार की श्रम विरोधी नीतियों एलआईसी में आईपीओ लाने, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के निजीकरण, एलआईसी में एफडीआई की सीमा 49 से 74 फीसदी करने के खिलाफ और अगस्त 2017 से लंबित वेतन समझौते को अविलंब लागू करवाने हेतु एक दिवसीय हड़ताल किया.
इसमें प्रथम श्रेणी अधिकारी संगठन, विकास अधिकारी संगठन और ऑल इंडिया इंश्योरेंस एंप्लाइज एसोसिएशन के तत्वाधान में धरना प्रदर्शन एवं नारेबाजी की गई. एलआईसी के कर्मचारियों की ओर से केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हमारी मांगों को नहीं माना गया तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा.