अलवर. जिले में बुधवार को वकीलों का पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. इस मामले के कारण अलवर कलेक्ट्रेट और न्यायालय परिसर में दिनभर तनावपूर्ण माहौल बना रहा. इस दौरान कई बार वकील और पुलिसकर्मी आमने-सामने हुए लेकिन कोई बड़ी घटना होने से बच गई. वहीं, वकीलों की घटना के विरोध में पीड़ित पुलिसकर्मियों ने मामले की लिखित शिकायत एसपी को दी. तो वहीं वकीलों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में 4 मामले दर्ज हुए, जिनकी जांच पड़ताल शुरू हो चुकी है.
बता दें कि अलवर के न्यायालय परिसर में बुधवार को दिल्ली की घटना के विरोध में वकील विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान अलवर की न्यायालय संख्या 4 में हरियाणा के फरीदाबाद स्थित सदर थाने से आए प्रवीण कुमार नाम के सिपाही को वकीलों ने न्यायालय से बाहर निकाला और उसके साथ मारपीट की. इस दौरान वहां मौजूद एक महिला पुलिसकर्मी के साथ भी वकीलों ने धक्कामुक्की की और मारपीट की. इस घटना के बाद कोर्ट परिसर में हंगामा मच गया. वहीं पास में मौजूद एसपी ऑफिस के सिपाहियों ने मामले की सूचना पुलिस अधीक्षक पारिश देशमुख को दी. घटना की सूचना मिलते ही अलवर एसपी मौके पर पहुंचे.
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जानकारी के अनुसार घटना के बाद वकील जिला जज के चैंबर में जाकर बैठ गए. घटना के बाद अलवर पुलिस ने अलवर बार के अध्यक्ष उदय सिंह सहित कुछ वकीलों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ की गई. इस दौरान एसपी कार्यालय के बाहर जमकर हंगामा हुआ और वकील व पुलिस कई बार आमने-सामने हुए. बता दें कि वकीलों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. शाम 5 बजे तक यह हंगामा चलता रहा. उधर, हालात को देखते हुए न्यायालय परिसर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया.
वहीं, पीड़ित पुलिसकर्मियों की शिकायत पर वकीलों के खिलाफ राजकार्य में बाधा पहुंचाने, एससी-एसटी एक्ट, महिला पुलिसकर्मी के साथ मारपीट करने और पुलिसकर्मी के साथ मारपीट करने सहित विभिन्न धाराओं में FIR दर्ज की गई. बता दें कि इसके बाद जिला जज के चैंबर में पुलिस और वकीलों के बीच वार्ता हुई तो वहीं सभी चारों FIR में तुरंत जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है. सीओ ट्रैफिक को मामले का जांच अधिकारी बनाया गया है.
अलवर पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने बताया कि वकीलों के खिलाफ 4 एफआईआर दर्ज हुई है. जिनमें जांच पड़ताल शुरू हो चुकी है. आरोपी वकीलों की पहचान कर उनके नाम एफआईआर में जोड़े जाएंगे और घटनाओं के आधार पर धाराएं लगाई जाएंगी. उन्होंने कहा कि लगातार वार्ता का दौर भी चल रहा है. वकीलों को कानून हाथ में नहीं लेने और समझाने का प्रयास किया जा रहा है. अलवर एसपी ने कहा कि आरोपी वकीलों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि जांच पड़ताल के बाद जिम्मेदार वकीलों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे.