अलवर. बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने के लिए पहुंचे प्रदेश के श्रम राज्यमंत्री टीकाराम जूली ने कहा की वह खुद पोलियो के शिकार हो चुके हैं. बचपन में उनके पैर में पोलियो हुआ था, जिसके चलते उनको एक पैर में दिक्कत हो गई थी. उस वक्त इतने बेहतर संसाधन नहीं थे, इसलिए समय पर इलाज नहीं मिल सका. आज सरकार की तरफ से बच्चों को पोलियो की खुराक दी जा रही है. सभी अभिभावकों को आगे आकर अपने बच्चों को पोलियो की खुराक पिलानी चाहिए.
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से समय-समय पर 5 साल तक के बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाती है. रविवार को पोलियो की खुराक पिलाने के लिए पहुंचे प्रदेश के श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली ने खुद का उदाहरण देते हुए लोगों को जागरूक रहने के लिए कहा.
उन्होंने कहा कि पोलियो बड़ी ही खतरनाक बीमारी है. वह खुद इसका दर्द झेल चुके हैं. साथ ही उन्होंने नीमराना की एसी बनाने वाली डेक्कन कंपनी का धन्यवाद दिया. डेक्कन कंपनी की तरफ से जिले के सरकारी अस्पतालों को 60 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दिए गए.
श्रम मंत्री ने कहा कि इस परेशानी वाले समय में सभी लोगों को आगे आकर जरूरतमंद की मदद करनी चाहिए. ऑक्सीजन कंसंट्रेटर जीवन रक्षक है. सरकारी अस्पतालों में इसकी आवश्यकता है. कंपनी के इस फैसले को सकारात्मक कदम बताते हुए उन्होंने और भी कंपनियों को आगे आकर सरकारी सिस्टम की मदद करने की बात कही. उन्होंने कहा कि अलवर में हजारों औद्योगिक इकाइयां हैं. औद्योगिक इकाइयों को अपने शहर अपने क्षेत्र के लिए सहयोग करना चाहिए.