अलवर. जिले में हर साल 18000 क्राइम के मामले दर्ज होते हैं. जबकि पूरे प्रदेश में 16 से 17000 मामले पुलिस थानों में पहुंचते हैं. ऐसे में साफ है कि पूरे प्रदेश के बराबर क्राइम का ग्राफ अकेले अलवर जिले में है. गौ तस्करी और अवैध खनन अलवर की सबसे बड़ी समस्या है. इसके अलावा लूटपाट, हत्या जैसी घटनाएं अलवर में आम हैं. ऐसे में साफ है कि अलवर में खास पुलिसिंग की आवश्यकता है. इसलिए अलवर में दो एसपी लगाने की योजना पर काम चल रहा है. विधानसभा सत्र के बाद अलवर में दो एसपी लगने की कार्रवाई हो सकती है.
जिले में मंगलवार को कठूमर क्षेत्र में गौ तस्करों ने ग्रामीणों पर फायरिंग कर दी थी. इस घटना में एक ग्रामीण के सीने में गोली लगी थी. इसके विरोध में ग्रामीणों ने भी एक गौ तस्कर को पकड़कर पहले पीटा और बाद में पुलिस के हवाले किया. घायल ग्रामीण और पुलिस की गिरफ्त में आए गौ तस्कर का इलाज अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में चल रहा है.
अलवर में लगातार बढ़ रही घटनाओं को देखते हुए प्रदेश के आईजी क्राइम विशाल बंसल बुधवार को अलवर आए. उन्होंने अलवर में बढ़ते हुए क्राइम के ग्राफ पर पुलिस अधिकारियों से चर्चा की. उन्होंने कहा कि अलवर में गौ तस्करों द्वारा फायरिंग की घटना के बाद सरकार की तरफ से पूरी सावधानी बरती जा रही है. उनको विशेष तौर पर अलवर भेजा गया है. जिससे किसी भी तरह की जरूरत होने पर शासन में मुख्यालय से सीधा संपर्क किया जा सके.
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आईजी क्राइम ने कहा कि अलवर पुलिस हर संभव प्रयास कर रही है. ग्रामीण क्षेत्र में पुलिस की कमी को देखते हुए हाईवे पर चलने वाले पुलिस के वाहनों को ग्रामीण क्षेत्र में लगाया गया है. जिससे लोगों को तुरंत पुलिस की मदद मिल सके. इसके अलावा गौ तस्करी और गौ तस्करी करने वाले लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने के प्रयास भी किए जा रहे हैं. लगातार ऐसे लोगों को पाबंद करते हुए उनके खिलाफ एफ आई आर दर्ज हो रही हैं. उन्होंने कहा इसके बाद भी अलवर में खांसी संभावनाएं हैं. उसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.