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नगर पालिका चुनाव के लिए होमगार्ड की नहीं मिली अनुमति, पुलिस की है कमी

अलवर की छह नगर पालिकाओं में 11 दिसंबर को चुनाव होने हैं. इसके लिए प्रशासन की तैयारी पूरी हो चुकी है, लेकिन चुनाव के चलते पुलिस कर्मियों की डिमांड बढ़ गई है, क्योंकि पुलिसकर्मी कोरोना की ड्यूटी कर रही है. साथ ही पुलिसकर्मी भी संक्रमित होने लगे हैं. ऐसे में पुलिस फोर्स की कमी आगामी दिनों में परेशानी बन सकती है.

Municipal Election in Alwar, Rajasthan Municipal Election 2020
नगर पालिका चुनाव के लिए होमगार्ड की नहीं मिली अनुमति
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Published : Dec 5, 2020, 4:00 AM IST

अलवर. जिले की 6 नगरपालिका बहरोड़, खेड़ली, खैरथल, किशनगढ़बास, तिजारा व राजगढ़ में 11 दिसंबर को चुनाव होने हैं. प्रशासन के स्तर पर इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है. नगर पालिका के चुनाव छोटे स्तर के होते हैं. इनमें गड़बड़ियों की भी खासी संभावना रहती है. इसलिए पुलिस पर खासी जिम्मेदारी चाहती है. पुलिस पहले ही कोरोना की ड्यूटी कर रही है. ऐसे में अलवर में पुलिस कर्मियों की कमी होने लगी है. जिले में करीब 12 पुलिसकर्मी हैं. कुछ पुलिसकर्मी अभी प्रदेश के अन्य जिलों में चल रहे चुनाव कराने के लिए गए हैं. इसके अलावा अभी तक होमगार्ड की स्वीकृति भी नहीं मिली है. ऐसे में चुनाव में कोरोना कि ड्यूटी पुलिस के सामने बड़ी चुनौती बन रही है.

पुलिस के आला अधिकारियों ने कहा कि पुलिस आगे रहकर काम करती है. कोरोना के चलते बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी संक्रमित हो रहे हैं. ऐसे में पुलिस के ऊपर जिम्मेदारी बढ़ गई है. हालांकि जल्द ही अन्य जिलों से पुलिस फोर्स चुनाव के लिए मिलेगी. साथ ही होमगार्ड की अनुमति मिलने के बाद कुछ राहत मिल सकती है. चार नगर पालिका अलवर पुलिस के क्षेत्र में हैं. जबकि तिजारा व बहरोड़ भिवाड़ी पुलिस के अधीन है.

पढ़ें- पूनिया ने अलवर की घटना को लेकर CM गहलोत पर साधा निशाना, कहा- मेवात इलाके में कानून-व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ी हुई है

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि चुनाव के लिए इंतजाम शुरू कर दिए गए हैं. चुनाव में संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथ पर विशेष ध्यान रहेगा. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि बाहर से भी फोर्स की मांग की गई है. अलवर संवेदनशील जिला है. क्राइम की घटनाएं भी जिले में होती हैं. थानों पर पेंडिंग केसों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है.

अलवर. जिले की 6 नगरपालिका बहरोड़, खेड़ली, खैरथल, किशनगढ़बास, तिजारा व राजगढ़ में 11 दिसंबर को चुनाव होने हैं. प्रशासन के स्तर पर इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है. नगर पालिका के चुनाव छोटे स्तर के होते हैं. इनमें गड़बड़ियों की भी खासी संभावना रहती है. इसलिए पुलिस पर खासी जिम्मेदारी चाहती है. पुलिस पहले ही कोरोना की ड्यूटी कर रही है. ऐसे में अलवर में पुलिस कर्मियों की कमी होने लगी है. जिले में करीब 12 पुलिसकर्मी हैं. कुछ पुलिसकर्मी अभी प्रदेश के अन्य जिलों में चल रहे चुनाव कराने के लिए गए हैं. इसके अलावा अभी तक होमगार्ड की स्वीकृति भी नहीं मिली है. ऐसे में चुनाव में कोरोना कि ड्यूटी पुलिस के सामने बड़ी चुनौती बन रही है.

पुलिस के आला अधिकारियों ने कहा कि पुलिस आगे रहकर काम करती है. कोरोना के चलते बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी संक्रमित हो रहे हैं. ऐसे में पुलिस के ऊपर जिम्मेदारी बढ़ गई है. हालांकि जल्द ही अन्य जिलों से पुलिस फोर्स चुनाव के लिए मिलेगी. साथ ही होमगार्ड की अनुमति मिलने के बाद कुछ राहत मिल सकती है. चार नगर पालिका अलवर पुलिस के क्षेत्र में हैं. जबकि तिजारा व बहरोड़ भिवाड़ी पुलिस के अधीन है.

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पुलिस अधिकारियों ने बताया कि चुनाव के लिए इंतजाम शुरू कर दिए गए हैं. चुनाव में संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथ पर विशेष ध्यान रहेगा. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि बाहर से भी फोर्स की मांग की गई है. अलवर संवेदनशील जिला है. क्राइम की घटनाएं भी जिले में होती हैं. थानों पर पेंडिंग केसों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है.

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