अलवर. कोरोना के नए स्ट्रेन का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में अलवर के लोगों को कोरोना के नए स्ट्रेन से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मॉनिटरिंग बढ़ा दी गई है. रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड के अलावा सीमावर्ती सड़क मार्गों पर भी लगातार जांच पड़ताल की जा रही है. इस दौरान महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, केरल सहित विभिन्न राज्यों से आने वाले लोगों की कोरोना रिपोर्ट चेक की जा रही है.
देश के कई राज्यों और शहरों में कोरोना का प्रभाव एक बार फिर से बढ़ता नजर आ रहा है. कोरोना के नए स्ट्रेन ने लोगों को परेशान कर दिया है. वहीं स्वास्थ्य विभाग की परेशानी बढ़ा दी है. राजस्थान में अभी कोरोना के नए स्ट्रेन का प्रभाव कम हैं. ऐसे में लोगों को कोरोना से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मॉनिटरिंग बढ़ा दी गई है.
अलवर के रेलवे स्टेशन बस स्टैंड पर स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात कर दी गई हैं. केरल, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश से आने वाले लोगों की कोरोना की रिपोर्ट देखी जा रही है. जिन लोगों के पास कोरोना कि रिपोर्ट नहीं है, उनके मौके पर सैंपल लिए जा रहे हैं. इस दौरान उनको होम आइसोलेशन में रखने के निर्देश दिए गए हैं.
इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की तरफ से स्टेट और नेशनल हाईवे पर भी वाहनों की जांच पड़ताल की जा रही है. क्योंकि अलवर राजस्थान का सीमावर्ती जिला है. हरियाणा उत्तर प्रदेश से दिल्ली से अलवर की सीमा लगती है. हजारों की संख्या में लोग प्रतिदिन अलवर से हरियाणा उत्तर प्रदेश दिल्ली जाते हैं. उन राज्य से अलवर आते हैं.
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अलवर में कोरोना का प्रभाव राजस्थान में सबसे ज्यादा रहा है. जयपुर के बाद सबसे ज्यादा कोरोना के संदिग्ध मरीज अलवर में मिले हैं. कोरोना के एक बार फिर से बढ़ते प्रभाव को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग में अलर्ट जारी कर दिया गया है. मास्क लगाने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है. लोगों को बार-बार हाथ धोने, सैनिटाइजर काम में लेने सहित अन्य जरूरी सावधानी रखने के लिए भी स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जागरूक करने का काम चल रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अभी तक अलवर में कोरोना का नया स्ट्रेन नहीं मिला है. लेकिन उसके बाद भी लगातार सावधानी बरती जा रही है. जिससे कोरोना के मामलों में कमी आए.