अलवर. जयपुर जेल में कोरोना की दस्तक के बाद अलवर सहित पूरे प्रदेश की जेलों में अलर्ट जारी किया गया है. सभी जेल में पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं. जेल में आने वाले नए बंदियों को अलग बैरक में रखने की व्यवस्था भी की गई है. अलवर केंद्रीय कारागार में इस समय तीन स्तर पर बंदियों को रखने की व्यवस्था की गई है. बुजुर्ग और पुराने बंदियों को पूरी तरह से अलग रखा गया है.
जयपुर की जिला जेल में एक साथ 100 से अधिक स्टाफ और बंदियों के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है. अलवर सहित प्रदेश के सभी जिलों में अलर्ट जारी करते हुए सावधानी बरतने के सख्त निर्देश दिए गए हैं. अलवर के केंद्रीय कारागार में इस समय 1 हजार से अधिक कैदी हैं. प्रतिदिन 20 से 30 नए कैदियों की आमद हो रही है. हालांकि जेल प्रशासन की तरफ से एक अलग बैरक बनाया गया है. नए बंदियों को शुरुआत में 14 से 15 दिन उसी बैरक में रखा जाता है. उनकी स्वास्थ्य की जांच कराई जाती है. रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही उनको दूसरी जगह शिफ्ट किया जाता है.
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अलवर केंद्रीय कारागार में 3 चरण में बंदियों को शुरुआत में रखा जा रहा है. जेल प्रशासन की तरफ से अलवर केंद्रीय कारागार में नए बंदी और पुराने बंदियों की रैंडम सैंपल लेने की व्यवस्था भी जल्द शुरू कर दी जाएगी. जेल अधीक्षक राजेंद्र सिंह ने कहा है कि अलवर केंद्रीय कारागार को कोरोना से बचाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. जल्द ही रैंडम सैंपल लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. नए बंदियों के अलावा पुराने बंदियों के भी सैंपल लिए जाएंगे.
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इसके अलावा लगातार जेल मुख्यालय और सरकार की तरफ से मिल रही गाइडलाइन के हिसाब से काम चल रहा है. जेल के डॉक्टर मॉनिटरिंग कर रहे हैं. कुछ बंदी पैरोल पर छोड़े गए थे, जो लौटकर जेल में आए हैं. उनकी स्क्रीनिंग भी कराई जा रही है. इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों से बातचीत हुई है. जल्द ही सैंपल लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.