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Good Initiative : कोरोना काल में माता-पिता को गंवाने वाले Students को ये इंस्टीट्यूट कराएगा निशुल्क पढ़ाई...

अलवर में आकाश इंस्टिट्यूट की शाखा का उद्घाटन (Aakash Institute Inaugurated In Alwar) किया गया. इस मौके पर रितेश अग्रवाल ने कहा कि कोरोना काल में जिन छात्रों के माता-पिता का देहांत हो गया, उन्हें आकाश इंस्टिट्यूट की तरफ से निशुल्क तैयारी करवाई जाएगी.

Aakash Institute Alwar
आकाश इंस्टिट्यूट अलवर
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Published : Jan 30, 2022, 9:06 AM IST

Updated : Jan 30, 2022, 9:28 AM IST

अलवर. राजस्थान में एक इंस्टिटयूट ने अच्छी पहल की है. कोरोना काल में जिन छात्रों के माता-पिता का देहांत हो गया, उन छात्रों को ये संस्था फ्री में पढ़ाएगी. शनिवार को अलवर में शाखा का उद्घाटन उद्घाटन के बाद आकाश इंस्टिटयूट राजस्थान के डिप्टी डायरेक्टर रितेश अग्रवाल ने कहा कि कोरोना काल में जिन छात्रों ने अपने माता-पिता को गंवाया है, उनको आकाश इंस्टिट्यूट की तरफ से निशुल्क तैयारी करवाई जाएगी.

इसके अलावा शहीदों के बच्चों को भी शत प्रतिशत स्कॉलरशिप दी जाएगी. आकाश इंस्टिट्यूट के पदाधिकारियों ने बताया कि ऑनलाइन क्लासेस का दबाव छात्रों पर कम पड़े, उसके लिए भी कई तरह की नई तकनीक पर काम चल रहा है. अलवर में आकाश इंस्टिट्यूट की शाखा का शनिवार को उद्घाटन (Aakash Institute Inaugurated In Alwar) हुआ. इस मौके पर प्रदेश के डिप्टी डायरेक्टर रितेश अग्रवाल ने कहा कि बच्चों पर ऑनलाइन कक्षा का दबाव बढ़ रहा है. जिसके चलते बच्चों में तनाव सहित कई तरह की दिक्कतें आ रही है. जिसको देखते हुए अब ऑनलाइन पढ़ाई तकनीक में बदलाव होने लगे हैं.

आकाश इंस्टीट्यूट अलवर

ग्राफिक डिजाइन और एनिमेशन के माध्यम से बच्चों को शिक्षा दी जा रही है. उन्होंने कहा कि अलवर शहीदों की भूमि है. ऐसे में शहीदों के बच्चों को आकाश इंस्टिट्यूट की तरफ से 100 प्रतिशत स्कॉलरशिप उपलब्ध कराई जा रही है. साथ ही जिन बच्चों के माता-पिता सेना में है. उनको 50 प्रतिशत छूट सभी कोर्स में देने की व्यवस्था की गई है.

पढ़ें: CM गहलोत ने लिया बड़ा निर्णय, कक्षा 6 से 8वीं तक के विद्यार्थी 8 फरवरी से जा सकेंगे स्कूल

रितेश ने कहा कोरोना काल में कई बच्चे अनाथ हो गए. उनसे माता पिता का साया छिन गया. इस परिस्थिति में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित ना हो. इसके लिए आकाश इंस्टीट्यूट की तरफ से ऐसे बच्चों को निशुल्क तैयारी कराई जा रही है. ऐसे बच्चों को दस्तावेज साथ लाने होंगे. बच्चे किसी भी सेंटर पर पढ़ाई के लिए प्रवेश ले सकते हैं. उन्होंने कहा कि अलवर के स्टूडेंट मेडिकल इंजीनियरिंग सहित विभिन्न कोर्सों की पढ़ाई के लिए जयपुर, दिल्ली और अन्य शहरों में जाते हैं. लेकिन अब उनको अलवर में ही बेहतर शिक्षा मिल सकेगी. मार्च माह से अलवर में कक्षाएं शुरू हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि नए सेंटर पर 500 छात्रों के लिए 11 कक्षाओं की व्यवस्था की गई है.

पढ़ें: सबसे बड़ी परीक्षा की सबसे बड़ी भूल, शिक्षा संकुल पर नहीं तैनात किए पुलिस गार्ड...फटे लिफाफे की अनदेखी भी पड़ी भारी

ऑनलाइन एजुकेशन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि ऑनलाइन एजुकेशन के कई साइड इफेक्ट नजर आने लगे थे. जिसको देखते हुए नई तकनीक पर काम चल रहा है. एनिमेशन ग्राफिक्स के अलावा सरल भाषा में बच्चों को पढ़ाई कराई जा रही है. साथ ही ऑनलाइन पढ़ाई की प्रक्रिया में विशेषज्ञ की अहम भूमिका रहती है. आकाश एजुकेशनल सर्विस लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर आकाश चौधरी ने अलवर सेंटर का उद्घाटन किया. इस मौके पर अलवर शाखा प्रभारी और प्रदेश के कई बड़े पदाधिकारी मौजूद रहे.

अलवर. राजस्थान में एक इंस्टिटयूट ने अच्छी पहल की है. कोरोना काल में जिन छात्रों के माता-पिता का देहांत हो गया, उन छात्रों को ये संस्था फ्री में पढ़ाएगी. शनिवार को अलवर में शाखा का उद्घाटन उद्घाटन के बाद आकाश इंस्टिटयूट राजस्थान के डिप्टी डायरेक्टर रितेश अग्रवाल ने कहा कि कोरोना काल में जिन छात्रों ने अपने माता-पिता को गंवाया है, उनको आकाश इंस्टिट्यूट की तरफ से निशुल्क तैयारी करवाई जाएगी.

इसके अलावा शहीदों के बच्चों को भी शत प्रतिशत स्कॉलरशिप दी जाएगी. आकाश इंस्टिट्यूट के पदाधिकारियों ने बताया कि ऑनलाइन क्लासेस का दबाव छात्रों पर कम पड़े, उसके लिए भी कई तरह की नई तकनीक पर काम चल रहा है. अलवर में आकाश इंस्टिट्यूट की शाखा का शनिवार को उद्घाटन (Aakash Institute Inaugurated In Alwar) हुआ. इस मौके पर प्रदेश के डिप्टी डायरेक्टर रितेश अग्रवाल ने कहा कि बच्चों पर ऑनलाइन कक्षा का दबाव बढ़ रहा है. जिसके चलते बच्चों में तनाव सहित कई तरह की दिक्कतें आ रही है. जिसको देखते हुए अब ऑनलाइन पढ़ाई तकनीक में बदलाव होने लगे हैं.

आकाश इंस्टीट्यूट अलवर

ग्राफिक डिजाइन और एनिमेशन के माध्यम से बच्चों को शिक्षा दी जा रही है. उन्होंने कहा कि अलवर शहीदों की भूमि है. ऐसे में शहीदों के बच्चों को आकाश इंस्टिट्यूट की तरफ से 100 प्रतिशत स्कॉलरशिप उपलब्ध कराई जा रही है. साथ ही जिन बच्चों के माता-पिता सेना में है. उनको 50 प्रतिशत छूट सभी कोर्स में देने की व्यवस्था की गई है.

पढ़ें: CM गहलोत ने लिया बड़ा निर्णय, कक्षा 6 से 8वीं तक के विद्यार्थी 8 फरवरी से जा सकेंगे स्कूल

रितेश ने कहा कोरोना काल में कई बच्चे अनाथ हो गए. उनसे माता पिता का साया छिन गया. इस परिस्थिति में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित ना हो. इसके लिए आकाश इंस्टीट्यूट की तरफ से ऐसे बच्चों को निशुल्क तैयारी कराई जा रही है. ऐसे बच्चों को दस्तावेज साथ लाने होंगे. बच्चे किसी भी सेंटर पर पढ़ाई के लिए प्रवेश ले सकते हैं. उन्होंने कहा कि अलवर के स्टूडेंट मेडिकल इंजीनियरिंग सहित विभिन्न कोर्सों की पढ़ाई के लिए जयपुर, दिल्ली और अन्य शहरों में जाते हैं. लेकिन अब उनको अलवर में ही बेहतर शिक्षा मिल सकेगी. मार्च माह से अलवर में कक्षाएं शुरू हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि नए सेंटर पर 500 छात्रों के लिए 11 कक्षाओं की व्यवस्था की गई है.

पढ़ें: सबसे बड़ी परीक्षा की सबसे बड़ी भूल, शिक्षा संकुल पर नहीं तैनात किए पुलिस गार्ड...फटे लिफाफे की अनदेखी भी पड़ी भारी

ऑनलाइन एजुकेशन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि ऑनलाइन एजुकेशन के कई साइड इफेक्ट नजर आने लगे थे. जिसको देखते हुए नई तकनीक पर काम चल रहा है. एनिमेशन ग्राफिक्स के अलावा सरल भाषा में बच्चों को पढ़ाई कराई जा रही है. साथ ही ऑनलाइन पढ़ाई की प्रक्रिया में विशेषज्ञ की अहम भूमिका रहती है. आकाश एजुकेशनल सर्विस लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर आकाश चौधरी ने अलवर सेंटर का उद्घाटन किया. इस मौके पर अलवर शाखा प्रभारी और प्रदेश के कई बड़े पदाधिकारी मौजूद रहे.

Last Updated : Jan 30, 2022, 9:28 AM IST
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