अलवर. कोरोना काल के बाद रेलवे की तरफ से धीरे-धीरे ट्रेनों को शुरू किया जा रहा है. अलवर जंक्शन ए श्रेणी का जंक्शन है. अलवर जंक्शन पर प्रतिदिन 80 से अधिक ट्रेनों का ठहराव होता है. विभिन्न रूटों की ट्रेनों में 35 से 40 हजार यात्री सफर करते हैं. ऐसे में रेलवे की तरफ से अलवर जंक्शन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. यात्री सुविधाओं में लगातार विस्तार हो रहा है.
अलवर जंक्शन पर दो जोन लगते हैं. अलवर जंक्शन का प्लेटफार्म नंबर 1 नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे के क्षेत्र में आता है. तो वहीं प्लेटफार्म नंबर 3 और 2 की लाइन एनसीआर रेलवे के अंदर आती है. एनसीआर रेलवे के जीएम ने शुक्रवार को अलवर मथुरा रेलवे लाइन का निरीक्षण किया.
इस दौरान जीएम विनय त्रिपाठी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान अलवर मथुरा लाइन की मेंटेनेंस और कंडीशन को देखा गया. रेलवे लाइन की मरम्मत कार्य, रेलवे लाइन पर कार्यरत कर्मचारियों सहित प्रत्येक छोटे से छोटे बिंदु पर निरीक्षण के दौरान ध्यान दिया और उनका रिव्यू लिया है.
कोरोना काल में ट्रेनों के बढ़े हुए किराए के सवाल पर उन्होंने बताया कि फिलहाल पैसेंजर ट्रेनों को भी मेल या सुपरफास्ट की श्रेणी में स्पेशल ट्रेन की तरह चलाया जा रहा है. जिसके कारण ट्रेनों का किराया बढ़ा हुआ है जो सिस्टम का अंग है.
वहीं अलवर में नई ट्रेन को चलाने को लेकर सवाल में उन्होंने बताया कि फिलहाल अलवर के लिए कई ट्रेनें प्रस्तावित हैं. लेकिन जैसे-जैसे मंत्रालय और सरकार की अनुमति मिलेगी ट्रेनों को चलाया जाएगा. फिलहाल धीरे-धीरे रूटीन की गाड़ियों को चलाने का काम किया जा रहा है. जीएम के निरीक्षण के दौरान अलवर जंक्शन पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा.
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अलवर जंक्शन के निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों से बातचीत करते हुए जरूरी निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि रेलवे की तरफ से लगातार यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के प्रयास किए जा रहे हैं. इस दिशा में काम भी लगातार जारी है. कोरोना काल के बाद अब हालात सामान्य होने लगे हैं.