अलवर. पूरे प्रदेश में लगातार पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे हैं. इसके चलते महंगाई आसमान छू रही हैं. सब्जी, राशन, तेल और अन्य जरूरत के सामान भी महंगे हो रहे हैं. क्योंकि बाजार में सामान ट्रक, टेम्पो और ट्रॉला जैसे बड़े वाहनों से आता है. लगातार बढ़ रहे दामों के चलते आम आदमी खासा परेशान है. आम आदमी के घर का बजट बिगड़ चुका है. लेकिन उसके बाद भी सरकार चुप्पी साधे हुए है.
अलवर में 1 फरवरी के बाद तीन रुपए 46 पैसे प्रति लीटर पेट्रोल के भाव बढ़ गए. जबकि एक अप्रैल 2020 से अब तक करीब 10 रुपए 30 पैसे पेट्रोल के दाम बढ़े हैं. इस तरह से डीजल के भाव पर नजर डालें तो इस समय अलवर में 88 पैसे प्रति लीटर के हिसाब से डीजल बिक रहा है. जबकि 2020 में डीजल 69 रुपए प्रति लीटर था. वहीं अप्रैल से अब तक 19 रुपए 14 पैसे डीजल में बढ़ोतरी हुई है. 1 जनवरी 2020 को डीजल 88 रुपए 6 पैसे बढ़े थे.
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विपक्ष के तमाम आरोपों के बाद भी लगातार पेट्रोल के दाम बढ़ रहे हैं. 1 अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2019 तक 11,706 करोड़ 1 अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2020 तक 12 हजार 102 करोड़, 1 जनवरी से दिसंबर 2020 तक 13,463 करोड़ का वेट सरकार को मिला. 30 अप्रैल 2020 को पेट्रोल 76 रुपए प्रति लीटर के बाद लगातार पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है. यही हालात रहे तो आने वाले समय में पेट्रोल-डीजल के दामों में और बढ़ोतरी हो सकती है. इसका सीधा प्रभाव आम आदमी पर पड़ रहा है.
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पेट्रोल-डीजल के बढ़ रहे दामों का सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ता हुआ नजर आ रहा है. ऐसे में आमजन का कहना है कि ऐसे हालात रहे तो आने वाले समय में गाड़ी की जगह बैलगाड़ी काम में लेनी होगी. लगातार बढ़ रहे दावों के चलते गाड़ी खरीदना आसान हो गया है. लेकिन गाड़ी को चलाने में खासी परेशानी उठानी पड़ती है. वैसे आमतौर पर 100 रुपए प्रति लीटर पेट्रोल 2 दिन चलता था, लेकिन अब 1 दिन में सौ रुपए का पेट्रोल खर्च होता है. सभी ट्रक-ट्रॉली और अन्य लोडिंग वाहनों में डीजल की खपत होती है.