अलवर. जिले के नवीन स्कूल में मंगलवार को शिक्षा विभाग की ओर से गार्गी एवं बालिका प्रोत्साहन पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया. इस बालिका प्रोत्साहन पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्य अतिथि श्रम मंत्री टीकाराम जूली रहे. वहीं, समारोह में जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी और छात्राएं मौजूद रहीं. पूरे जिले में हुए कार्यक्रम में करीब 4800 छात्राओं को गार्गी एवं बालिकाओं को प्रोत्साहन पुरस्कार वितरण किया गया.
मीडिया से बातचीत में श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली और जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया ने कहा कि बालिका शिक्षा सर्वांगीण विकास की कुंजी है. उन्होंने कहा कि साथ ही साथ इस बात की खुशी भी है कि अलवर जिला पूरे प्रदेश में तीसरे स्थान पर रहा है. लेकिन आगे आने वाले समय में हमारा यह प्रयास रहेगा कि प्रदेश में पहले स्थान पर आए. उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अलवर जिले का नाम रोशन करने वाली मेधावी बेटियों को बधाई देते हुए कहा कि आपने मेहनत से जो पुरस्कार प्राप्त किया है. उससे समाज की और बेटियां भी प्रोत्साहित होंगी. शिक्षित बेटियां परिवार एवं समाज तथा राष्ट्र को विकास के पथ पर ले जाने की ओर अग्रसर है. प्रदेश की गहलोत सरकार ने बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अनेक महत्वकांक्षी योजनाएं संचालित की हुई है.
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श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि बेटियों के जन्म से लेकर शिक्षा एवं विवाह तक के लिए सरकार ने विभिन्न योजनाएं संचालित की हुई हैं. जिनका उद्देश्य बेटियों को सशक्त करना एवं उन्हें आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करना है. राज्य सरकार बालिका शिक्षा को आगे बढ़ाने का लगातार कार्य कर रही है. 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' अभियान चलाकर आमजन को जागरूक करने का काम कर रही है.
कार्यक्रम के समापन पर 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' की शपथ भी बालिकाओं को दिलाई गई. श्रम राज्य मंत्री ने बेटियों को राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही देखने का आमंत्रण देते हुए कहा कि बेटियों के आने-जाने एवं भोजन की व्यवस्था उनकी ओर से की जाएगी. उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोविड के प्रोटोकॉल के तहत कुछ पाबंदियां विधानसभा भ्रमण को लेकर हैं. इन पाबंदियों के समाप्त होने के बाद इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी बेटियों के विधानसभा में भ्रमण का कार्यक्रम बनाएं.
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गार्गी पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान आठवीं कक्षा के छात्र रोहित शर्मा सीधे कलेक्टर के पास पहुंचे और कहा मुझे भी कलेक्टर बनना है. कलेक्टर ने उसके कंधे पर हाथ रखकर छात्र को मोटिवेट करते हुए कहा कि पढ़ाई पर पूरी मेहनत करो और हमेशा अपने लक्ष्य को ध्यान में रखो. निश्चित रूप से आप भी कलेक्टर बन सकते हैं. इसके बाद बालक के चेहरे का उत्साह और बढ़ गया.