अलवर. जिले के कठूमर स्थित सरकारी अस्पताल में दलित महिला के साथ गैंगरेप मामले में स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल प्रभारी डॉ. लोकेश मीणा को एपीओ कर दिया है. वहीं नर्सिंगकर्मी को निलंबित कर दिया है. जबकि घटना में शामिल 108 एंबुलेंस चालक को हटाने के लिए एनजीओ को पत्र लिखा है.
गैंगरेप की घटना की जानकारी मिलते ही सीएमएचओ डॉ. ओपी मीणा शुक्रवार को सुबह 9 बजे कठूमर सीएचसी पहुंचे. और तुरंत मामले की जांच शुरू की. इस दौरान 7 मई को ड्यूटी पर मौजूद नर्सिंग स्टाफ व अन्य कर्मियों के बयान दर्ज किए गए. शुरुआती जांच के बाद नर्सिंगकर्मी गिर्राज प्रसाद को निलंबित कर दिया गया है. जो अस्पताल में लेबर रूम का इंचार्ज भी था. वहीं 108 एंबुलेंस चालक रामनिवास को हटाने के लिए एनजीओ को पत्र लिखा है.
मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी मीणा ने बताया कि अस्पताल प्रभारी डॉ लोकेश मीणा को भी एपीओ किया गया है. उनको अलवर मुख्यालय लगाया गया है, क्योंकि उनकी मॉनिटरिंग में बड़ी लापरवाही सामने आई है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा विभागीय जांच में दोषी मिलने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी.
सीएमएचओ ने कहा कि घटना के बाद जिले के सभी सरकारी अस्पतालों से एंबुलेंस कर्मियों को दिए गए कमरे खाली करवाने के आदेश दिए हैं. तो वहीं एंबुलेंस का संचालन पहले की तरह पुलिस थानों से किया जाएगा. जिससे एंबुलेंस कर्मी अस्पताल में किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं कर सके.