अलवर. अलवर व नागौर में मेडिकल कॉलेज का मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने वर्चुअल शिलान्यास किया. इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय मंत्री से एमसीआई के नॉर्म्स में बदलाव, प्राइवेट सेक्टर को मेडिकल कॉलेज खोलने की अनुमति देने की बात (Gehlot demands permission of opening private colleges) कही.
अलवर में केंद्रीय कारागार की 14 एकड़ जमीन पर राज्य सरकार का मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है. मंगलवार को इसका शिलान्यास केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने किया. शिलान्यास कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, अलवर व नागौर के विधायक, मंत्री टीकाराम जूली, मंत्री शकुंतला रावत, स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा सहित केंद्रीय राज्यमंत्री भी जुड़े.
केंद्रीय मंत्री ने शिलान्यास के दौरान कहा कि मोदी सरकार ने मेडिकल पर विशेष ध्यान दिया है. राजस्थान के अलावा देश के अन्य राज्यों में भी नए मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं. लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिले. इसके लिए लगातार आगे भी मेडिकल कॉलेज में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रयास किए जाएंगे. इस दौरान गहलोत ने कहा कि एमसीआई के नॉर्म्स में बदलाव की आवश्यकता है. केंद्र सरकार एमसीआई के नियमों में बदलाव करे. जिससे ज्यादा से ज्यादा मेडिकल कॉलेज खोले जा सकें. उन्होंने कहा कि कोरोना के समय में केंद्र सरकार व राज्य सरकारों ने बेहतर काम किया. प्रदेश के जिन जिलों में मेडिकल कॉलेज नहीं है, वहां केंद्र सरकार जल्द ही मेडिकल कॉलेज खोलने की अनुमति दे. जिससे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सके.
इस मौके स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने मेडिकल कॉलेज में होने वाली सुविधाओं के विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में सभी तरह की सुविधाएं होंगी. रिसर्च सेंटर के अलावा दोनों ही मेडिकल कॉलेज आधुनिक तौर पर बनाए जाएंगे. अलवर में लंबे समय से मेडिकल कॉलेज अटका हुआ था। मेडिकल कॉलेज शुरू होने से यहां के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी. साथ ही उन्होंने कहा कि अलवर में ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज इस सत्र से शुरू हो चुका है.
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दो चरणों में होगा निर्माण कार्य : अलवर का मेडिकल कॉलेज 325 करोड़ रुपए की लागत से बनेगा. इसमें राज्य सरकार 110 करोड़ रुपए देगी. जबकि केंद्र सरकार 195 करोड़ रुपए देगी. अलवर स्थित जेल परिसर में 49165 वर्ग मीटर क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज भवन का निर्माण होना है. मेडिकल भवन निर्माण के दो फेज होंगे. प्रथम फेज में 17040 वर्ग मीटर में तीन मंजिला एकेडमिक ब्लॉक, 5415 वर्ग मीटर में पांच मंजिला बॉयज हॉस्टल, 1450 वर्ग मीटर में 6 व 7वीं मंजिल पर इंटर्न बॉयज और गर्ल्स हॉस्टल, 5415 वर्ग मीटर में पांच मंजिला गर्ल्स हॉस्टल, 1870 वर्ग मीटर क्षेत्र में प्रथम मंजिल पर मेस ब्लॉक, 370 वर्ग मीटर में प्रथम मंजिल पर प्रिंसिपल आवास, 4800 वर्ग मीटर में पांच मंजिला टीचिंग स्टाफ क्वार्टर, 2400 वर्ग मीटर में तीन मंजिला नॉन टीचिंग स्टाफ क्वार्टर, 450 वर्ग मीटर में दो मंजिला चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के आवास, 700 वर्ग मीटर में भूमि तल पर इंडोर स्पोर्ट कॉम्प्लेक्स, 850 वर्ग मीटर में भूमि तल पर ओपन एयर थियेटर, 60 वर्ग मीटर में भूमि तल पर एनीमल होल्ड रूम, 900 वर्ग मीटर में भूमि तल पर इएसएस एण्ड अन्य सर्विसेज, 1250 वर्ग मीटर में प्रथम तल पर नर्सेज हॉस्टल, 4025 वर्ग मीटर में आवासीय हॉस्टल, 250 वर्ग मीटर में वर्टिकल एक्सपेंशन में लेक्चर थियेटर तथा 470 वर्ग मीटर में भूमि तल पर ऑटोप्सी ब्लॉक का निर्माण कराया जाएगा.
दूसरे फेज में यह होगा निर्माण कार्य: दूसरे फेज में 8800 वर्ग मीटर में हॉस्पिटल ब्लॉक, 180 वर्ग मीटर में गैस मेनफोल्ड, 430 वर्ग मीटर में लॉऊंड्री, 570 वर्ग मीटर में किचन, 200 वर्ग मीटर में इएसएस एवं 250 वर्ग में बायो मेडिकल का निर्माण कराया जाएगा. मेडिकल कॉलेज भवन के दूसरे फेज में 10430 वर्ग मीटर क्षेत्र में सुविधाओं का विस्तार मौजूदा हॉस्पिटल में कराया जाएगा. मेडिकल कॉलेज के लिए एसटीपी प्लांट, आरओ प्लांट, कंप्यूटर सर्वर रूम सहित अन्य जरूरत के उपकरण भी उपलब्ध कराए जाएंगे.